पल भर में खरबपति बन गया मजदूर, खाते में आ गए इतने रुपये कि गिन भी नहीं पाया गूगल, बैंक ने अकाउंट किया फ्रीज

    टेनी मांझी ने बताया कि उन्होंने यह बैंक खाता करीब पांच साल पहले मुंबई में मजदूरी के दौरान खोला था. इस खाते में अक्सर कुछ सौ या हजार रुपये ही रहते थे. लेकिन इतनी बड़ी राशि देखकर उन्हें पहले तो यकीन नहीं हुआ.

    Trillions of rupees came into Bihar Jamui labourer s account bank froze his account
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    जमुई: बिहार से राजस्थान मजदूरी करने आया एक सामान्य प्लंबर रातोंरात सोशल मीडिया स्टार बन गया, लेकिन किसी लॉटरी या किस्मत के चलते नहीं बल्कि अपने बैंक खाते में आई एक अकल्पनीय रकम के कारण. गंगापुर सिटी में काम कर रहे टेनी मांझी के कोटक महिंद्रा बैंक खाते में अचानक एक ऐसी राशि दिखी, जिसे देखकर न सिर्फ वह खुद, बल्कि बैंक, प्रशासन और आम लोग भी चौंक गए.

    बैंक बैलेंस फटी रह गईं आंखें 

    टेनी मांझी मूल रूप से बिहार के जमुई जिले के अचहरी गांव के रहने वाले हैं. वे इन दिनों राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर सिटी में निर्माणाधीन जिला अस्पताल में प्लंबिंग का काम कर रहे हैं. रोजमर्रा के खर्च के लिए उन्होंने जब अपने मोबाइल ऐप पर बैंक बैलेंस चेक किया, तो वहां जो राशि नजर आई, उसने उन्हें अंदर तक झकझोर दिया. उसके खाते में ₹1001356000000000500100235600000028884 (यानि 37 अंकों की राशि) दिखाई गई राशि थी.

    “इतना पैसा कभी सपने में भी नहीं सोचा था”

    टेनी मांझी ने बताया कि उन्होंने यह बैंक खाता करीब पांच साल पहले मुंबई में मजदूरी के दौरान खोला था. इस खाते में अक्सर कुछ सौ या हजार रुपये ही रहते थे. लेकिन इतनी बड़ी राशि देखकर उन्हें पहले तो यकीन नहीं हुआ. उन्होंने यह बात अपने साथियों को बताई और जल्द ही यह खबर आग की तरह फैल गई. टेनी का खाता बैलेंस दिखाता एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. लोग उन्हें मजाक में “खरबपति मजदूर” कहने लगे. कुछ ने इसे बैंक की गलती बताया, तो कुछ ने इसे साइबर फ्रॉड का मामला करार दिया.

    बैंक ने तुरंत फ्रीज किया खाता

    कोटक महिंद्रा बैंक ने सतर्कता बरतते हुए टेनी का खाता फ्रीज कर दिया ताकि कोई भी लेन-देन न हो सके. बैंक अधिकारियों का कहना है कि यह मामला संभवतः तकनीकी त्रुटि या फिर किसी साइबर हैकिंग का परिणाम हो सकता है. लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर प्रदीप गुप्ता ने जानकारी दी कि अगर टेनी औपचारिक शिकायत करते हैं, तो इस राशि की उत्पत्ति और सिस्टम में आई गड़बड़ी की जांच की जाएगी.

    सरकारी मदद की भी जताई उम्मीद

    टेनी के पिता, कालेश्वर मांझी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें इस पैसे से कोई लालच नहीं है. वह बस चाहते हैं कि सरकार जरूरतमंदों की मदद करे और उन्हें भी प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराए, जिनसे वे अब तक वंचित रहे हैं. 

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