शरीर में दिखने वाले ये 6 लक्षण होते हैं किडनी में सूजन का संकेत, भूलकर भी न करें नजरअंदाज

    हमारी किडनी केवल एक अंग नहीं, बल्कि शरीर की नेचुरल फिल्टर मशीन है, जो रोज़ाना खून को साफ करके जहरीले पदार्थ और अतिरिक्त पानी बाहर निकालती है. लेकिन जब किडनी खुद बीमार हो जाए खासकर सूजन (Inflammation) से तो यह शरीर को साइलेंट अलार्म भेजने लगती है.

    These 6 symptoms seen in the body are a sign of inflammation in the kidney
    प्रतिकात्मक तस्वीर/ FreePik

    हमारी किडनी केवल एक अंग नहीं, बल्कि शरीर की नेचुरल फिल्टर मशीन है, जो रोज़ाना खून को साफ करके जहरीले पदार्थ और अतिरिक्त पानी बाहर निकालती है. लेकिन जब किडनी खुद बीमार हो जाए खासकर सूजन (Inflammation) से तो यह शरीर को साइलेंट अलार्म भेजने लगती है. दिक्कत ये है कि लोग अक्सर इन संकेतों को आम थकान या मौसम की मार समझकर टाल देते हैं, जिससे बीमारी बढ़ती जाती है. आइए जानते हैं वे 6 अहम लक्षण, जो बता सकते हैं कि आपकी किडनी मदद मांग रही है.

    1. आंखों के नीचे सूजन

    अगर आप सुबह उठते ही आइनों में फूली हुई आंखों के नीचे सूजन देखें, तो इसे अनदेखा न करें. यह संकेत हो सकता है कि किडनी प्रोटीन फिल्टर करने में विफल हो रही है, जिससे प्रोटीन पेशाब में जा रहा है और शरीर में सूजन बन रही है.

    2. पैरों और टखनों में लगातार सूजन

    पैरों या टखनों का बार-बार सूजना सिर्फ थकान या लंबे समय तक खड़े रहने की वजह नहीं होता. किडनी अगर अतिरिक्त पानी को शरीर से बाहर नहीं निकाल पा रही है, तो वह पैरों में जमा होने लगता है, जो सूजन का रूप ले लेता है.

    3. यूरिन में बदलाव

    अगर आपको बहुत ज्यादा या बहुत कम पेशाब आने लगे, या उसका रंग गहरा या झागदार हो जाए, तो ये बदलाव किडनी में सूजन या डैमेज का संकेत हो सकते हैं. ये बदलाव बताते हैं कि फिल्ट्रेशन प्रक्रिया सही से नहीं हो रही.

    4. लगातार थकान और कमजोरी

    शरीर में थकान और सुस्ती महसूस होना सिर्फ नींद की कमी नहीं, बल्कि किडनी के कमजोर होने की वजह से खून में विषैले तत्व जमा होने का नतीजा हो सकता है. इससे शरीर को ऊर्जा नहीं मिलती और आप कमजोर महसूस करते हैं.

    5. भूख न लगना, उल्टी जैसा महसूस होना

    किडनी जब ठीक से काम नहीं करती, तो खून में मौजूद टॉक्सिन्स पाचन तंत्र पर असर डालते हैं, जिससे भूख कम लगना, मतली आना या उल्टी जैसा महसूस होना आम हो सकता है. इसे "सिंपल गैस्ट्रिक" समझकर टालना सही नहीं.

    6. सांस लेने में तकलीफ

    अगर बिना ज़्यादा मेहनत किए भी सांस चढ़ने लगे, तो इसे नज़रअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. किडनी में सूजन की वजह से फेफड़ों में फ्लूइड जमा हो सकता है, जो एक गंभीर स्थिति है और तुरंत मेडिकल इमरजेंसी बन सकती है.

    कब जाएं डॉक्टर के पास?

    अगर उपरोक्त में से कोई भी 2-3 लक्षण लगातार दिखें, तो खुद इलाज करने की बजाय तुरंत नेफ्रोलॉजिस्ट (किडनी स्पेशलिस्ट) से संपर्क करें. जल्दी जांच और इलाज से किडनी की बड़ी समस्याओं को रोका जा सकता है.

    ये भी पढ़ें: क्या आप भी पेट के बल सोते हैं? हो जाइए सावधान, ये आदत बन सकती है मुसीबत की जड़!