पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक टेलीविज़न इंटरव्यू में ऐसा सच स्वीकार कर लिया है, जिसे दुनिया पहले से जानती थी. लेकिन अब खुद पाकिस्तान ने मान लिया है. टीवी कैमरों के सामने बोलते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा कि “अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमें क्षेत्रीय आतंकवाद की जड़ मानता है.” इससे भी बड़ी बात यह रही कि उन्होंने माना कि कई आतंकवादियों के परिवार पाकिस्तान में रह रहे हैं. मतलब साफ है—दुनिया भर के वांछित आतंकियों को पाकिस्तान की जमीन पर 'शरण' मिली हुई है.
भारत की चेतावनी के बाद कबूलनामा
यह स्वीकारोक्ति ऐसे वक्त में आई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन लंबा सैन्य तनाव समाप्त होने के बाद संघर्षविराम की घोषणा हुई है. भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर निर्णायक हमला किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “अब भारत न आतंक को बर्दाश्त करेगा, न न्यूक्लियर धमकियों से डरेगा.”
पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि “हमने आतंक के अड्डे ही नहीं, उनके हौसले भी ध्वस्त किए हैं.” उन्होंने मुरिदके और बहावलपुर जैसे शहरों का नाम लेकर दुनिया को याद दिलाया कि 9/11 से लेकर मुंबई हमले तक, इन जगहों से कनेक्शन रहा है.
ख्वाजा आसिफ के बयान से मचा हड़कंप
ख्वाजा आसिफ का यह बयान केवल एक इंटरव्यू तक सीमित नहीं रहा. सोशल मीडिया पर उन्हें घेरा गया, विपक्षी दलों ने सवाल पूछे और आम पाकिस्तानियों ने अपनी सरकार की 'असफल सुरक्षा नीति' को जमकर कोसा. याद दिला दें कि इससे पहले भी संसद में ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि “भारतीय ड्रोन को हमने इसलिए नहीं रोका, ताकि हमारी लोकेशन उजागर न हो जाए.” यह बयान न केवल हास्यास्पद था, बल्कि यह पाकिस्तानी सेना की 'रणनीति' पर भी सवाल उठाता है.
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