Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार गंभीर बना हुआ है और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है. इस बढ़ती समस्या को देखते हुए दिल्ली सरकार ने छोटे बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. इसके तहत नर्सरी से कक्षा V तक के सभी छात्रों की फिजिकल कक्षाओं को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. यह निर्णय सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर समान रूप से लागू होगा.
सरकार ने इस कदम के पीछे मुख्य कारण छोटे बच्चों पर वायु प्रदूषण के गंभीर प्रभाव को बताया है. विशेषज्ञों के अनुसार, नन्हे बच्चों की श्वसन प्रणाली अधिक संवेदनशील होती है और उन्हें सांस लेने में कठिनाई, एलर्जी, अस्थमा जैसी स्वास्थ्य समस्याएं जल्दी प्रभावित कर सकती हैं. इस कारण नर्सरी से कक्षा V तक के छात्रों की पढ़ाई अब पूरी तरह ऑनलाइन मोड में संचालित होगी. स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बच्चों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पढ़ाई उपलब्ध कराएं और अभिभावकों को इस बदलाव के बारे में तुरंत जानकारी दें.
कक्षा V के ऊपर की कक्षाएं जारी रहेंगी
हालांकि, कक्षा V से ऊपर के छात्रों के लिए फिजिकल कक्षाएं 13 दिसंबर 2025 को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार पूर्ववत संचालित होंगी. स्कूलों के प्रमुखों को आदेश का पालन सुनिश्चित करने और अभिभावकों को स्थिति की जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही, उप शिक्षा निदेशकों को आदेश के प्रभावी क्रियान्वयन और निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है.
शिक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया और अभिभावकों से अपील
दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बच्चों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके AQI को देखते हुए यह कदम आवश्यक था. उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को घर में सुरक्षित रखें और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचाएं.
शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार स्थिति पर लगातार नजर रख रही है और वायु प्रदूषण में सुधार या बढ़ोतरी के अनुसार भविष्य में बच्चों की पढ़ाई से संबंधित और फैसले लिए जाएंगे. इस कदम का उद्देश्य न केवल छात्रों की तत्काल सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि लंबे समय में उनके स्वास्थ्य पर संभावित नकारात्मक प्रभावों को भी रोकना है.
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