उत्तर प्रदेश दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की. शुभम की हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मौत हो गई थी. इस मुलाकात के दौरान घर का माहौल बेहद भावुक हो गया. शुभम की पत्नी ऐशन्या राहुल को देखते ही फफक पड़ीं, जिसे देख राहुल ने उन्हें गले लगाकर ढांढस बंधाया.
शुभम के पिता संजय द्विवेदी भी राहुल को देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाए और बेटे को न्याय दिलाने की मांग करते हुए कहा, "आप इस देश के बड़े नेता हैं, कुछ करिए. मेरे बेटे का आधा सिर इसकी (ऐशन्या) गोद में गिरा था."
"उन्होंने पूछा- हिंदू हो या मुसलमान?"
मुलाकात के दौरान ऐशन्या ने राहुल गांधी को बताया कि 22 अप्रैल को दोपहर 2:25 बजे, जब वे पहलगाम में लंच कर रहे थे, एक आतंकी आम कपड़ों में आया और धर्म पूछते ही शुभम को गोली मार दी. उन्होंने कहा, "उसने पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मेरे पति ने हिंदू कहा और पांच सेकेंड के भीतर उन्हें गोली मार दी."
राहुल ने जब पूछा कि यह सब कितनी देर चला, तो ऐशन्या ने बताया, "करीब 45 मिनट तक आतंकियों ने लोगों को नाम पूछ-पूछकर मारा. उनका टारगेट साफ था—पत्नी के सामने पति को मारना. वे महिलाओं से कहते थे- जाकर सरकार से कहो, हम तुम्हारे पति को मार रहे हैं, तुम्हें नहीं."
"कोई मदद के लिए आगे नहीं आया"
ऐशन्या ने बताया कि हमले के बाद उनकी बहन उन्हें घसीटकर नीचे लाई, और इस दौरान किसी ने भी मदद नहीं की. ऐशन्या की बहन ने कहा, "मैं घोड़े वालों से गिड़गिड़ाई, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. मेरी बहन सदमे में थी, जाने को तैयार नहीं थी, मैं जबरन उसे ले आई."
राहुल ने जब पूछा, "आपने यह सब खुद देखा?" तो ऐशन्या ने जवाब दिया, "हां, मैं करीब 15-20 मिनट तक वहीं थी. सब कुछ अपनी आंखों से देखा."
"मैंने भी दो बार ऐसा दर्द झेला है": राहुल गांधी
शुभम के परिवार की पीड़ा सुनकर राहुल गांधी ने कहा, "मैं जानता हूं इस दर्द को, मैंने दो बार ऐसा झेला है—जब मेरी दादी और फिर पिता आतंकवाद की भेंट चढ़े थे."
उन्होंने भरोसा दिलाया कि शुभम को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए वे प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे और इस मुद्दे को संसद तक ले जाएंगे. राहुल ने यह भी बताया कि वे पहले ही प्रधानमंत्री से सर्वदलीय बैठक की मांग कर चुके हैं, ताकि ऐसे बलिदानों को सम्मानित किया जा सके.
प्रियंका गांधी से भी करवाई बात
राहुल गांधी ने अपने मोबाइल से शुभम के परिवार की बात प्रियंका गांधी वाड्रा से भी करवाई और कहा, "हम आतंकियों को नहीं छोड़ेंगे. वे चाहे जहां छुपे हों, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे."
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