'हमने भारत का घमंड धूल में मिलाया', औकात से बाहर की बातें कर डींगें हांक रहा शहबाज, बोला- युद्ध के लिए तैयार हैं

    भारत द्वारा पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों पर की गई सटीक और ऐतिहासिक कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को बुरी तरह झकझोर दिया है. इसकी गूंज अब पाकिस्तानी हुकूमत के बयानों में साफ नजर आ रही है.

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    शहबाज शरीफ | Photo: ANI

    भारत द्वारा पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों पर की गई सटीक और ऐतिहासिक कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को बुरी तरह झकझोर दिया है. इसकी गूंज अब पाकिस्तानी हुकूमत के बयानों में साफ नजर आ रही है. आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सियालकोट की पसरूर छावनी में सेना के जवानों को संबोधित करते हुए भारत पर तीखे और निराधार आरोप लगाए. लेकिन असल में यह बयान भारत की सैन्य शक्ति और ऑपरेशन सिंदूर की मारक क्षमता से उपजे डर और बौखलाहट को ही दर्शाता है.

    "भारत का घमंड मिट्टी में मिला" कहने वाला अपनी जमीन नहीं बचा सका

    शहबाज शरीफ ने दावा किया कि पाकिस्तान ने भारत के सैन्य घमंड को खत्म कर दिया, लेकिन यह बयान उस देश के प्रधानमंत्री का है, जिसकी सेना ऑपरेशन सिंदूर में अपने ही ठिकानों को बचा नहीं सकी. भारत ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के सुरक्षित ठिकानों को ध्वस्त कर यह साफ कर दिया है कि अब शब्दों से नहीं, सिर्फ कार्रवाई से जवाब मिलेगा.

    पानी पर गीदड़ भभकी, लेकिन भारत नहीं रुकेगा

    सिंधु जल संधि को लेकर पाकिस्तान ने फिर वही घिसा-पिटा राग अलापा और कहा कि “अगर आप हमारा पानी रोकते हैं, तो यह रेड लाइन है.” भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंक को पालता रहेगा, तो किसी भी संधि का औचित्य समाप्त हो जाता है. आतंक के साथ-साथ पाकिस्तान भारत के जल संसाधनों के भी दुश्मन की भूमिका में रहा है, और अब वक्त आ गया है कि उसे उसी की भाषा में जवाब दिया जाए.

    आतंकी परिवार को 14 करोड़? पाकिस्तान का असली चेहरा सामने

    सबसे शर्मनाक बात यह रही कि शहबाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी मसूद अजहर के मारे गए परिजनों को 14 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का मुआवज़ा देने का ऐलान किया. भारत ने जब ऑपरेशन सिंदूर के जरिए बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ पर सीधा प्रहार किया, तो मसूद अजहर के परिजन भी मारे गए. बजाय इसके कि पाकिस्तान इन आतंकी नेटवर्क्स को खत्म करता, वह खुलेआम उन्हें आर्थिक मदद देकर दुनिया को दिखा रहा है कि वो आतंक का पालक और पोषक है.

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