पनामा सिटी: भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक रुख को मजबूती से रखते हुए कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया है. पनामा की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे थरूर ने कहा कि भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन पाकिस्तान बार-बार आतंकवाद को समर्थन देकर इस भावना को कमजोर करता रहा है.
थरूर ने यह स्पष्ट किया कि भारत किसी भी सूरत में युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि देश की सुरक्षा और नागरिकों की जान खतरे में हो, तो आतंकवादियों को सजा देना भारत की ज़िम्मेदारी बन जाती है. उन्होंने कहा, "हम शांति से अकेले रहना चाहते हैं, लेकिन पाकिस्तान ऐसा नहीं होने देता. वह बार-बार हम पर हमले करता है, क्योंकि वह उस जमीन को पाना चाहता है, जो उसकी है ही नहीं. वह जमीन हमारी है. हम किसी भी हाल में इसे नहीं छोड़ेंगे. चाहे इसके लिए हमें कितनी भी भारी कीमत क्यों न चुकानी पड़े."
वैश्विक कूटनीति में एकजुटता का संदेश
शशि थरूर की अगुवाई में भारत से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पनामा दौरे पर पहुंचा, जिसमें सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के सांसद शामिल हैं. इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य है — वैश्विक मंचों पर भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को स्पष्ट करना और साझी रणनीतियों पर चर्चा करना.
#WATCH | Panama City | Congress MP Shashi Tharoor says, "What has changed in recent years is that the terrorists have also realised they will have a price to pay, on that, let there be no doubt. When, for the first time, India breached the Line of Control between India and… pic.twitter.com/XxPqyZVy1c
— ANI (@ANI) May 28, 2025
पनामा की नेशनल असेंबली की अध्यक्ष डाना कास्टानेडा ने भारत के प्रयासों का समर्थन करते हुए कहा, "हम शांति के पक्ष में खड़े हैं और भारत की आतंक के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह साथ हैं." यह सहयोग भारत की वैश्विक छवि को और अधिक मजबूत करता है.
ऑपरेशन सिंदूर और स्पष्ट चेतावनी
थरूर ने अपनी बात में यह भी जोड़ा कि भारत ने हाल ही में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादी ठिकानों पर एक सफल कार्रवाई की. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में पहलगाम हमले के दोषियों के खिलाफ कोई कदम न उठाए जाने के बाद, भारत ने यह कार्रवाई आवश्यक समझी.
उन्होंने खुलासा किया कि इस बार की सैन्य कार्रवाई सिर्फ नियंत्रण रेखा तक सीमित नहीं रही, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार करते हुए पाकिस्तान के भीतर स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. थरूर ने यह स्पष्ट किया कि भारत किसी भी आतंकी हमले को अब "मूक रूप से सहन" नहीं करेगा.
गुयाना और अन्य देशों से भी समर्थन
इससे पहले, थरूर और उनकी टीम गुयाना का दौरा कर चुकी है, जहां उन्होंने गुयाना के स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लिया और वहां के नेताओं से भी आतंकवाद पर चर्चा की. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान दोबारा हमला करता है तो भारत का जवाब और भी ज्यादा कड़ा होगा.
अगले चरण में यह प्रतिनिधिमंडल कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका की यात्रा करेगा. अमेरिका में वे 9/11 मेमोरियल का दौरा करेंगे और अमेरिकी सांसदों से मुलाकात कर आतंकवाद विरोधी साझेदारी को और मजबूत बनाने पर बातचीत करेंगे.
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