'वे नहीं चाहते कि हम उनके यहां भीख का कटोरा...' शहबाज शरीफ ने चीन-तुर्किये को बताया भरोसेमंद दोस्त

    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि उनके देश के रणनीतिक साझेदार अब यह नहीं चाहते कि पाकिस्तान केवल आर्थिक सहायता पर निर्भर रहे.

    Shahbaz Sharif called China and Turkey reliable friends
    शहबाज शरीफ/Photo- ANI

    इस्लामाबाद/क्वेटा: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि उनके देश के रणनीतिक साझेदार अब यह नहीं चाहते कि पाकिस्तान केवल आर्थिक सहायता पर निर्भर रहे. शनिवार को क्वेटा स्थित कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए शरीफ ने यह विचार साझा किए.

    उन्होंने कहा, "चीन, सऊदी अरब, तुर्किए, कतर और संयुक्त अरब अमीरात हमारे भरोसेमंद दोस्त हैं, लेकिन वे अब हमसे उम्मीद करते हैं कि हम व्यापार, नवाचार, शिक्षा, स्वास्थ्य और निवेश जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएं, न कि वित्तीय मदद के लिए उनके दरवाज़े खटखटाएं."

    प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक सुधारों और संसाधनों के दक्ष प्रबंधन की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, "मैं और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर, दोनों ही इस बोझ को आगे ढोते रहने के इच्छुक नहीं हैं. यह बोझ अंततः पूरे देश के कंधों पर आता है."

    बलूचिस्तान पर नरम रुख, संवाद पर जोर

    शरीफ ने बलूचिस्तान की स्थिति को लेकर भी अहम बयान दिया. उन्होंने कहा कि वहां के लोगों की समस्याओं का समाधान केवल बल प्रयोग से नहीं, बल्कि समावेशी संवाद से संभव है.

    उन्होंने कहा, "जो लोग भ्रमित होकर हिंसा की राह पर चले गए हैं, उन्हें मुख्यधारा में वापस लाने की ज़रूरत है. सरकार, सेना और जनता तीनों मिलकर इस दिशा में काम करेंगे."

    सेना प्रमुख की भारत पर टिप्पणी

    इससे एक दिन पहले, सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने भी कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में एक भाषण दिया. उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांतिपूर्ण समाधान की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कहा कि कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान अपने रुख पर कायम है.

    मुनीर ने भारत द्वारा कश्मीर में बनाए जा रहे जलविद्युत परियोजनाओं पर चिंता जताई और दावा किया कि पाकिस्तान को दबाया नहीं जा सकता. उन्होंने युद्धों में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और कहा, "हमारे नागरिक एकजुट होकर राष्ट्र की सुरक्षा में दीवार बनकर खड़े हुए हैं."

    चार देशों की यात्रा से लौटे हैं

    प्रधानमंत्री शरीफ हाल ही में चार देशों- तुर्किए, ईरान, अज़रबैजान और ताजिकिस्तान की यात्रा से लौटे हैं. इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ क्षेत्रीय सहयोग पर बल दिया.

    ईरान और अज़रबैजान में उन्होंने भारत के साथ संवाद की इच्छा जताई और कहा कि कश्मीर, आतंकवाद और जल विवाद जैसे मुद्दों पर दोनों देशों को बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए.

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