सीरिया के नए नेता, अल-शरा ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का दौरा किया, जहां उनकी इजराइल के सुरक्षा सलाहकार त्जाची हानेग्बी के साथ एक गुप्त बैठक हुई. इस बैठक को लेकर अब तक विभिन्न प्रकार की अटकलें और दावे सामने आ रहे हैं. लेबनानी न्यूज आउटलेट अल मायेदीन ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से बताया कि यह उच्च-स्तरीय बैठक अबू धाबी में हुई थी, जिसमें यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद भी उपस्थित थे. सूत्रों के अनुसार, सीरिया में सत्ता बनाए रखने और पश्चिमी देशों का समर्थन प्राप्त करने के लिए अल-शरा ने इजराइल को कुछ रियायतें देने का संकेत दिया है.
इजराइल और सीरिया के बीच संभावित समझौता
सूत्रों ने यह भी बताया कि अल-शरा और हानेग्बी दोनों के विमान लगभग एक ही समय पर अबू धाबी एयरपोर्ट पर लैंड हुए, जो इस बैठक के गुप्त और महत्वपूर्ण होने का संकेत है. यह बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से सीरिया और इजराइल के रिश्तों को सामान्य करने के प्रयासों और अब्राहम अकॉर्ड के विस्तार से भी जुड़ी मानी जा रही है. इस बैठक के बाद कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि सीरिया और इजराइल के बीच सुरक्षा समन्वय की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.
गोलान हाइट्स पर रियायत की पेशकश
बैठक का एक प्रमुख परिणाम यह सामने आया है कि अल-शरा ने अपनी सत्ता को सुरक्षित रखने के बदले सीरिया के गोलान हाइट्स पर कब्जा करने के बारे में इजराइल से रियायत देने का प्रस्ताव किया है. गोलान हाइट्स को इजराइल को मान्यता देने में सबसे बड़ी अड़चन माना जाता है, क्योंकि सीरिया ने इस क्षेत्र को छोड़ने से इनकार किया है. हालांकि, अल-शरा की यह पेशकश इस क्षेत्र में एक नई राजनीतिक दिशा की ओर इशारा करती है.
इस बैठक में दक्षिणी सीरिया में तीन असैन्यीकृत क्षेत्रों के गठन की भी चर्चा की गई. इनमें दारा, कुनेत्रा, और अस-सुवेदा प्रांत शामिल हैं, जहां सैन्य बैरकों से भारी हथियार हटाए जाएंगे और इन क्षेत्रों में तैनात सीरियाई सेना और पुलिस को केवल हल्के हथियारों का उपयोग करने की अनुमति होगी.
इजराइल ने खारिज किया दावे
इस खबर के फैलने के बाद इजराइल ने तुरंत एक बयान जारी कर इन दावों का खंडन किया. इजराइल सरकार ने कहा कि त्जाची हानेग्बी इस समय प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका की यात्रा पर हैं और वाशिंगटन में हैं, न कि यूएई में. हालांकि, इजराइल ने इस बात से इंकार नहीं किया है कि दोनों देशों के बीच रिश्तों को सामान्य करने पर वार्ता जारी है.
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