शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की हालिया विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने युद्धविराम का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसी देशों, खासकर भारत के साथ शांति और स्थिरता की ओर बढ़ना चाहता है. यह बयान ऐसे समय में आया जब भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद को सबसे बड़े वैश्विक खतरों के रूप में बताया.
पाकिस्तान की ओर से शांति की पेशकश
चीन के तियानजिन शहर में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक चल रही थी, जिसमें भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी शामिल हुए थे. इस बैठक के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने पिछले तीन महीनों को दक्षिण एशिया के लिए "बेहद परेशान करने वाले घटनाक्रम" के रूप में निरूपित किया. उन्होंने पाकिस्तान का पक्ष रखते हुए दावा किया कि भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के लिए बिना किसी विश्वसनीय जांच या सबूत के पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना था कि इस घटना से दोनों परमाणु-सशस्त्र देशों के बीच एक बड़े संघर्ष का खतरा पैदा हो गया था.
भारत का जवाब: आतंकवाद और संघर्ष विराम
भारत ने पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया था और उसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-occupied कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे. इसके बाद, भारत ने मई महीने में 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर इन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और इस ऑपरेशन के दौरान जुटाए गए सबूतों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ साझा किया.
बातचीत का एकमात्र मुद्दा आतंकवाद
भारत ने पाकिस्तान से बातचीत की किसी भी संभावना को स्पष्ट रूप से नकारा किया है. भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को अपनी सरकारी नीति के रूप में इस्तेमाल करता रहेगा, तब तक किसी भी स्तर पर बातचीत नहीं की जाएगी. भारत ने यह भी साफ कर दिया कि पाकिस्तान से वार्ता का एकमात्र मुद्दा आतंकवाद हो सकता है.
संघर्ष विराम की तरफ कदम
10 मई को दोनों देशों ने एकतरफा संघर्ष विराम पर सहमति जताई, जिसके बाद चार दिन तक चले ड्रोन और मिसाइल हमलों का सिलसिला थमा. इशाक डार ने इस अवसर पर यह भी कहा कि पाकिस्तान संघर्ष विराम का पूरी तरह से पालन करता है और सभी विवादों का समाधान बातचीत और कूटनीति के जरिए करना चाहता है, न कि सैन्य दबाव या टकराव के रास्ते से.
आतंकवाद पर इशाक डार का बयान
इशाक डार ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समुदाय से एकजुट होने की अपील की और कहा कि यह पूरी मानवता के लिए खतरा है. उन्होंने कहा, "हमें आतंकवाद का राजनीतिक लाभ उठाना बंद कर देना चाहिए और इसकी जड़ों तक पहुंचकर इसे समाप्त करना होगा."
SCO का दृष्टिकोण
इस बैठक में एक महत्वपूर्ण बात यह भी सामने आई कि शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों में चीन, रूस, भारत, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ईरान, बेलारूस और किर्गिस्तान शामिल हैं. इस बार चीन ने इस संगठन की अध्यक्षता संभाली है, जबकि पिछले साल पाकिस्तान ने इसकी अध्यक्षता की थी.
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