'USSR' रूसी विदेश मंत्री की स्वेटशर्ट पर लिखा वो संदेश, जिसे देश भड़क उठे जेलेंस्की! क्या नहीं रुकेगा युद्ध?

    अमेरिका के अलास्का स्थित एल्मडॉर्फ एयर बेस पर 15 अगस्त, 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेहद प्रतीक्षित मुलाकात हुई. यह केवल कूटनीतिक बैठक नहीं थी, बल्कि हर पहलू नेताओं के पहनावे, बॉडी लैंग्वेज और उनके साथ मौजूद अधिकारियों की हर हरकत विश्व मीडिया और सोशल मीडिया की नजरों में रही.

    Russia Foriegn Minister wears ussr sweatshirt zelensky angry
    Image Source: Social Media

    अमेरिका के अलास्का स्थित एल्मडॉर्फ एयर बेस पर 15 अगस्त, 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेहद प्रतीक्षित मुलाकात हुई. यह केवल कूटनीतिक बैठक नहीं थी, बल्कि हर पहलू नेताओं के पहनावे, बॉडी लैंग्वेज और उनके साथ मौजूद अधिकारियों की हर हरकत विश्व मीडिया और सोशल मीडिया की नजरों में रही.

    रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस मुलाकात के दौरान एक साधारण ग्रे स्वेटशर्ट पहनी थी, जिस पर लाल अक्षरों में बड़े-बड़े ‘USSR’ लिखे हुए थे. यह कोई साधारण पोशाक नहीं थी, बल्कि सोवियत संघ की याद दिलाने और एक राजनीतिक संदेश देने का प्रतीक थी.

    लावरोव की ‘USSR’ स्वेटशर्ट ने खींचा ध्यान

    सोवियत संघ के विघटन को तीन दशक से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन रूस में उसके प्रतीकों को लेकर आज भी गहरी भावनाएं और राजनीतिक संवेदना मौजूद है. ऐसे समय में जब रूस, यूक्रेन पर युद्ध कर रहा है और पश्चिमी देशों से टकराव जारी है, लावरोव की यह पोशाक एक स्पष्ट संदेश के रूप में देखी गई.

    अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं

    लावरोव की स्वेटशर्ट को लेकर वैश्विक स्तर पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. यूक्रेनी विश्लेषकों ने इसे अपमानजनक करार दिया और कहा कि यह वही साम्राज्यवादी सोच दिखाती है, जिसकी वजह से यूक्रेन आज युद्ध का सामना कर रहा है. वहीं, लिथुआनिया के पूर्व विदेश मंत्री गैब्रिएलियस लैंड्सबर्गिस ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि ‘USSR की स्वेटशर्ट पहनकर बातचीत करने वाला व्यक्ति कह रहा है कि बस आधा यूक्रेन दे दो और हम रुक जाएंगे.’ रूस में हालांकि इसे शक्ति और आत्मविश्वास का प्रतीक बताया गया. समर्थकों के मुताबिक यह पोशाक रूस के उस समय की याद दिलाती है, जब देश अमेरिका के बराबरी पर था और वैश्विक मंच पर सुपरपावर के रूप में खड़ा था.

    मुलाकात का दृश्य और शिष्टाचार

    ट्रंप और पुतिन की मुलाकात पूरी तरह मीडिया के लिए तैयार की गई थी. दोनों नेता अलग-अलग राष्ट्रपति विमानों से एयर बेस पहुंचे. ट्रंप ने तब तक एयरफोर्स वन से कदम नहीं रखा जब तक पुतिन का विमान लैंड नहीं हुआ. जैसे ही पुतिन उतरे, ट्रंप ने उनकी ओर हाथ बढ़ाया और दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया. बैठक के लिए ‘अलास्का 2025’ नाम से विशाल मंच तैयार किया गया था. दिलचस्प बात यह रही कि पुतिन ने अमेरिकी बख्तरबंद राष्ट्रपति कार ‘द बीस्ट’ में बैठकर मीटिंग वेन्यू तक यात्रा की, जिससे शिष्टाचार की परंपरा टूट गई. दोनों नेताओं ने मीडिया के सामने मुस्कुराते हुए तस्वीरें खिंचवाईं, जबकि मुलाकात में कोई महत्वपूर्ण समझौता सामने नहीं आया.

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