रूस ने 3 दिन के एकतरफा सीजफायर का किया ऐलान, यूक्रेन से भी जताई ऐसी उम्मीद, कुर्स्क पर भी किया कब्जा

    रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 8 मई से तीन दिन के एकतरफा संघर्षविराम (सीजफायर) की घोषणा की है. यह कदम रूस के प्रतिष्ठित 'विक्ट्री डे' समारोह के अवसर पर उठाया गया है, जो द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर मिली जीत की स्मृति में हर साल मनाया जाता है.

    Russia announced a 3-day unilateral ceasefire expressed similar expectations from Ukraine also captured Kursk
    व्लादिमीर पुतिन/Photo- ANI

    मॉस्को: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 8 मई से तीन दिन के एकतरफा संघर्षविराम (सीजफायर) की घोषणा की है. यह कदम रूस के प्रतिष्ठित 'विक्ट्री डे' समारोह के अवसर पर उठाया गया है, जो द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर मिली जीत की स्मृति में हर साल मनाया जाता है.

    क्रेमलिन ने स्पष्ट किया है कि संघर्षविराम मानवीय आधार पर किया जा रहा है और यह 7-8 मई की रात से प्रभावी होगा, जो 10-11 मई की रात तक जारी रहेगा. रूस ने उम्मीद जताई है कि यूक्रेन भी इसी तरह का कदम उठाकर सकारात्मक प्रतिक्रिया देगा. हालांकि, यूक्रेन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक सहमति नहीं आई है.

    कुर्स्क पूरी तरह हमारे कब्जे में- रूस

    रूस ने दावा किया है कि उसने पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र पर पूरी तरह से नियंत्रण वापस हासिल कर लिया है. रूसी सैन्य कमांडर वलेरी गेरासिमोव के अनुसार, क्षेत्र का अंतिम गांव "गोर्नल" भी अब रूसी सेना के नियंत्रण में आ गया है.

    गेरासिमोव ने दावा किया कि कुर्स्क क्षेत्र में ऑपरेशन के दौरान 76,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिक या तो मारे गए या घायल हुए हैं. हालांकि इस आंकड़े की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है.

    राष्ट्रपति पुतिन ने इन सफलताओं को यूक्रेन की "सभी आक्रामक योजनाओं की विफलता" बताया और इसे रूस की अन्य मोर्चों पर आगे बढ़ने की रणनीतिक तैयारी का हिस्सा करार दिया.

    यूक्रेन ने किया रूसी दावों का खंडन

    यूक्रेनी जनरल स्टाफ ने इन रूसी दावों को खारिज कर दिया है. टेलीग्राम पर जारी एक बयान में कहा गया कि कुर्स्क क्षेत्र में अब भी संघर्ष जारी है और यूक्रेनी बल बेलगोरोड सहित कई इलाकों में सक्रिय हैं.

    यूक्रेन ने यह भी दोहराया कि वह बफर जोन बनाने के अपने उद्देश्य के तहत रूस के सीमावर्ती इलाकों में दबाव बनाए रखने की रणनीति पर काम कर रहा है.

    उत्तर कोरियाई सैनिकों की प्रशंसा

    एक और उल्लेखनीय घटनाक्रम में, रूस ने पहली बार आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया कि कुर्स्क क्षेत्र में हुए सैन्य अभियानों में उत्तर कोरियाई सैनिकों ने भी उसकी मदद की है. गेरासिमोव ने उत्तर कोरियाई सैनिकों की "बहादुरी" की प्रशंसा की, जो युद्ध में बाहरी समर्थन के नए संकेत के रूप में देखा जा रहा है.

    यह स्वीकारोक्ति ऐसे समय पर आई है जब पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर उत्तर कोरिया और अन्य सहयोगी देशों से सैन्य सहायता लेने के आरोप लगाए जा रहे हैं.

    कुर्स्क और सूमी क्षेत्र में बढ़ता दबाव

    रूसी सेना ने यह भी दावा किया कि उसने यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी सूमी क्षेत्र की कई बस्तियों पर नियंत्रण कर लिया है. इस इलाके में लंबे समय से भारी संघर्ष जारी है, और हाल के महीनों में रूसी सेना ने बड़ी संख्या में सैनिकों और ड्रोन हमलों के जरिये दबाव बढ़ाया है.

    अमेरिका स्थित थिंक-टैंक, इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (ISW) के अनुसार, रूस ने हाल के हफ्तों में कुर्स्क ओब्लास्ट के अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्पष्ट बढ़त बनाई है, हालांकि यूक्रेनी प्रतिरोध अब भी जारी है.

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