जब पुतिन ने अलापा सीजफायर का राग, ट्रंप बोले- पहले अपने घर में झांको

    Putin on Israel and Iran War: दुनिया के दो बड़े दुश्मन इजरायल और ईरान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शांति वार्ता के लिए मध्यस्थता की पेशकश कर दी है.

    Putin on Israel and Iran War trump says mediate own
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    Putin on Israel and Iran War: दुनिया के दो बड़े दुश्मन इजरायल और ईरान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शांति वार्ता के लिए मध्यस्थता की पेशकश कर दी है. सेंट पीटर्सबर्ग इकोनॉमिक फोरम 2025 में बोलते हुए पुतिन ने कहा कि रूस इस टकराव को सुलझाने में मदद कर सकता है, ताकि ईरान को शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम की छूट मिल सके और इजरायल की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो. हालांकि, पुतिन की इस पहल पर सवाल खड़े हो गए हैं, क्योंकि वह खुद पिछले तीन साल से यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे हैं, जहां हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं.

    पुतिन की मध्यस्थता की पेशकश

    रूस के राष्ट्रपति ने कहा, कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है, लेकिन मेरी नजर में इसका समाधान संभव है. रूस ईरान, इजरायल और अमेरिका के बीच एक ऐसी वार्ता का समर्थन करेगा, जो सभी पक्षों की चिंताओं को संतुलित करे. पुतिन का यह बयान उस वक्त आया है जब रूस-यूक्रेन युद्ध में भारी नुकसान की खबरें आ रही हैं. यूक्रेन का दावा है कि इस संघर्ष में अब तक रूस के 10 लाख से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं. ऐसे में पुतिन की यह शांति कोशिशें कुछ विशेषज्ञों को राजनीतिक स्टंट जैसी लग रही हैं.

    पहले अपना घर संभालो

    अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन की इस पेशकश पर सीधी टिप्पणी करते हुए कहा कि मैंने पुतिन से कहा मुझ पर एहसान करो, पहले अपने ही देश के मसले निपटाओ, फिर दुनिया की चिंता करना. ट्रंप की यह टिप्पणी सीधे तौर पर यूक्रेन युद्ध में रूस की नाकामी की ओर इशारा थी. ट्रंप का यह बयान साफ करता है कि अमेरिका रूस की इस पहल को गंभीरता से नहीं ले रहा.

    ईरान ने झुकने से किया इनकार

    ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह इजरायली हमलों के आगे नहीं झुकेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अमेरिका सैन्य हस्तक्षेप करता है, तो उसे “अपूरणीय क्षति” उठानी पड़ सकती है.

    रूस-ईरान की गहरी साझेदारी

    पुतिन ने जोर देकर कहा कि रूस और ईरान के संबंध मजबूत हैं. रूस ने ईरान के बुशहर में एक परमाणु संयंत्र पहले ही तैयार किया है और अब दो और रिएक्टर निर्माणाधीन हैं. पुतिन ने यह भी जोड़ा कि ईरान ने कभी रूस से सैन्य समर्थन नहीं मांगा है. वहीं, रूस ने इजरायल को भरोसा दिलाया है कि उसकी सुरक्षा पर कोई असर नहीं होगा.

    यूक्रेन युद्ध पर पुतिन का बयान

    पुतिन ने यूक्रेन संकट पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वे यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत को तैयार हैं, लेकिन यह दोहराया कि जेलेंस्की का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और वह अब वैध राष्ट्रपति नहीं हैं. अगर राजनीतिक समाधान नहीं निकला, तो हम अपने सैन्य लक्ष्यों को हर हाल में हासिल करेंगे.

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