भारत लगातार बढ़ा रहा है हथियारों का जखीरा, पृथ्वी-II और अग्नि-1 मिसाइलों का हुआ सफल परीक्षण, जानें ताकत

    भारत ने एक बार फिर अपनी सैन्य ताकत को साबित करते हुए दुनिया को अपनी मिसाइल क्षमता से रूबरू कराया है.

    Prithvi-II and Agni-1 missiles successfully tested
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    नई दिल्ली: भारत ने एक बार फिर अपनी सैन्य ताकत को साबित करते हुए दुनिया को अपनी मिसाइल क्षमता से रूबरू कराया है. ओडिशा के चांदीपुर में स्थित अपने मिसाइल परीक्षण केंद्र से भारत ने गुरुवार को दो महत्वपूर्ण मिसाइलों—पृथ्वी-II और अग्नि-1 का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण रक्षा मंत्रालय के अनुसार, स्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड (SFC) द्वारा किया गया, जो भारत के परमाणु हथियारों का प्रबंधन करता है.

    सफल परीक्षण का महत्व

    रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि दोनों मिसाइलें पूरी तरह से अपने निर्धारित लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त करने में सफल रही. यह परीक्षण भारत की सैन्य तैयारियों और मिसाइल शक्ति को दर्शाता है, जो सुरक्षा के मोर्चे पर पूरी तरह से सक्षम है. पृथ्वी-II और अग्नि-1 दोनों ही कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं, जो लंबी दूरी तक वार करने की क्षमता रखती हैं.

    परीक्षण की प्रक्रिया

    सूत्रों ने जानकारी दी कि अग्नि-1 का परीक्षण अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया, जबकि पृथ्वी-2 का परीक्षण चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज के लॉन्च पैड संख्या-3 से किया गया. यह परीक्षण 24 घंटों के भीतर दूसरा महत्वपूर्ण परीक्षण था. इससे पहले, बुधवार को भारतीय सेना ने लद्दाख सेक्टर में 15,000 फीट की ऊंचाई पर 'आकाश प्राइम' एयर डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया था.

    'आकाश प्राइम' सिस्टम की सफलता

    इससे पहले, बुधवार को भारतीय सेना ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की थी जब उसने अपने स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम ‘आकाश प्राइम’ का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण लद्दाख के अत्यधिक ऊंचे क्षेत्र में किया गया, जहां सामान्य रूप से संचालन कठिन होता है. रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, एयर डिफेंस सिस्टम के परीक्षण के दौरान, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों ने तेज गति से उड़ रहे दो लक्ष्यों पर सटीक हमला किया.

    सैन्य शक्ति का संदेश

    इन सफल परीक्षणों से यह स्पष्ट है कि भारत अपनी सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सजग है और किसी भी संभावित खतरे का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार है. यह भारत के सैन्य नेतृत्व और तकनीकी क्षमताओं का एक स्पष्ट संकेत है कि हम अपनी सीमा की रक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम हैं. इन परीक्षणों से दुनिया को यह संदेश भी मिला है कि भारत की सैन्य ताकत, खासकर मिसाइल प्रौद्योगिकी में, लगातार मजबूत हो रही है.

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