नई दिल्ली: वैश्विक कूटनीति के क्षेत्र में भारत की सक्रिय भूमिका एक बार फिर तब नजर आई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों के साथ बातचीत के बाद अब मध्य एशिया के एक अहम देश उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव से भी संवाद स्थापित किया. इस बातचीत में द्विपक्षीय सहयोग को नई दिशा देने और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया गया.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत की जानकारी खुद अपने सोशल मीडिया हैंडल से साझा की. उन्होंने बताया कि भारत और उज्बेकिस्तान के बीच विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे सहयोग की प्रगति की समीक्षा की गई, साथ ही भविष्य में साझेदारी को और सुदृढ़ करने का संकल्प भी दोहराया गया. दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, संस्कृति, और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.
Had a fruitful conversation with President of Uzbekistan, Mr. Shavkat Mirziyoyev. We reviewed the progress achieved in key areas of our bilateral cooperation and reaffirmed our shared resolve to further advance the India–Uzbekistan Strategic Partnership.@president_uz
— Narendra Modi (@narendramodi) August 12, 2025
उज्बेकिस्तान-भारत संबंधों को नई गति
उज्बेकिस्तान, जो ऐतिहासिक रूप से भारत के लिए एक अहम साझेदार रहा है, ने पिछले साल 2024 में भारत के साथ अपने रिश्तों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया था. उस समय उज्बेक सरकार ने भारतीय नागरिकों के लिए ई-वीजा प्रक्रिया को अत्यंत सरल बना दिया था. अब भारतीय पर्यटकों को वीजा प्राप्त करने के लिए होटल बुकिंग, फ्लाइट टिकट, या बैंक स्टेटमेंट जैसे दस्तावेज देने की जरूरत नहीं रही. यह कदम न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देने वाला था, बल्कि भारत-उज्बेकिस्तान के रिश्तों में गहराई का संकेत भी था.
रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी की अंतरराष्ट्रीय वार्ताओं का सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ. इससे पहले उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी टेलीफोन पर बातचीत की थी. यह चर्चा यूक्रेन संघर्ष के हालिया घटनाक्रमों पर केंद्रित रही. पीएम मोदी ने इस दौरान एक बार फिर भारत के उस स्पष्ट और स्थायी रुख को दोहराया कि युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, और शांति ही स्थायी रास्ता है. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय मुद्दों पर भी बात की और सहयोग के विभिन्न पहलुओं की प्रगति की समीक्षा की.
जेलेंस्की के साथ भी विस्तृत चर्चा
उक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भी प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया था. उन्होंने बातचीत के बाद सोशल मीडिया पर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी गहन और रचनात्मक चर्चा हुई. इस दौरान न सिर्फ द्विपक्षीय सहयोग बल्कि वैश्विक मुद्दों, क्षेत्रीय स्थिरता और शांति प्रयासों पर भी विमर्श किया गया. जेलेंस्की ने भारत द्वारा यूक्रेन के लिए दिखाए गए समर्थन की भी सराहना की.
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