पहलगाम में आतंकी हमले पर एक्शन में पीएम मोदी, सऊदी से अमित शाह को मिलाया फ़ोन; तुरंत जाने को कहा

    दक्षिण कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार दोपहर आतंक का तांडव देखने को मिला. आतंकियों ने बैसरन घाटी में खुलेआम फायरिंग की, जिसमें एक पर्यटक की मौत हो गई, जबकि कम से कम 12 लोग घायल हुए हैं.

    India will take revenge for Pahalgam attack Amit Shah left for Kashmir after high level meeting
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: ANI

    पहलगाम (जम्मू-कश्मीर): दक्षिण कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार दोपहर आतंक का तांडव देखने को मिला. आतंकियों ने बैसरन घाटी में खुलेआम फायरिंग की, जिसमें एक पर्यटक की मौत हो गई, जबकि कम से कम 12 लोग घायल हुए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावरों ने पहले पीड़ित से उसका नाम पूछा और फिर उसे सिर में गोली मार दी.

    हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के एक फ्रंटल संगठन ने ली है.

    हमले के बाद सुरक्षाबलों का ऑपरेशन तेज

    हमले के तुरंत बाद इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. हेलिकॉप्टर से निगरानी की जा रही है और सेना तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. घायलों को श्रीनगर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है.

    प्रधानमंत्री और गृह मंत्री एक्शन में

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “जघन्य कृत्य” बताया और कहा कि आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से सऊदी अरब से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली.

    शाह ने तुरंत श्रीनगर रवाना होकर हाई लेवल मीटिंग बुलाने का निर्णय लिया है.

    रक्षा मंत्री ने भी लिया फीडबैक

    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से बातचीत कर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सेना और सरकार की रणनीति पूरी ताकत से जारी रहेगी.

    राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि "आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश एकजुट है. सरकार को अब जमीनी हकीकत स्वीकार करनी चाहिए और सिर्फ बयानबाजी छोड़ कर ठोस कदम उठाने चाहिए."

    क्यों अहम है पहलगाम का इलाका?

    • पहलगाम न सिर्फ एक प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन है बल्कि यह अमरनाथ यात्रा के दो मुख्य रूट्स में से एक का अहम हिस्सा है.
    • 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए यहां से गुफा तक पहुंचने में लगभग तीन दिन लगते हैं.
    • यह मार्ग अपेक्षाकृत सरल और सुविधाजनक माना जाता है.
    • पहला स्टॉप चंदनवाड़ी, फिर पिस्सू टॉप, उसके बाद शेषनाग और फिर पंचतरणी होते हुए अमरनाथ गुफा तक यात्रा पूरी होती है.
    • हमले के बाद इस पूरे रूट की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं.

    सवाल जो अब उठने लगे हैं...

    • जब पर्यटन और अमरनाथ यात्रा के सीज़न की तैयारी हो रही थी, तब सुरक्षा में यह चूक कैसे हुई?
    • अगर पर्यटकों को खुलेआम निशाना बनाया जा रहा है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या होगा?
    • क्या पिछले सालों में आतंक पर मिली सख्ती अब ढीली पड़ती जा रही है?

    यह हमला सिर्फ एक व्यक्ति की जान लेने तक सीमित नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर में वापसी करते अस्थिरता के संकेत भी देता है. आने वाले दिनों में यहां की सुरक्षा रणनीतियों पर व्यापक पुनर्विचार की आवश्यकता अब और भी ज्यादा जरूरी हो गई है.

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