प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम की जनता को संबोधित करते हुए देश की सुरक्षा, आतंक के खिलाफ कड़े कदम और 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर जोर दिया. ये भाषण सिक्किम के भारत में विलय के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर था, जहां पीएम मोदी ने राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन की ताकत की सराहना करते हुए आतंकवाद पर करारा प्रहार भी किया.
आतंकियों को मिला करारा जवाब: पीएम मोदी
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा, "जो हमला हुआ था, वह केवल भारतीयों पर नहीं, बल्कि मानवता की आत्मा और भाईचारे की भावना पर हमला था." उन्होंने बताया कि इस हमले में कई निर्दोष भारतीयों की जान गई और हमारे समाज को बांटने की साजिश रची गई. लेकिन इसके तुरंत बाद भारत ने एकजुट होकर आतंकवादियों और उनके सरपरस्तों को साफ संदेश दिया — 'हम चुप नहीं बैठेंगे.' इसी के तहत 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' को अंजाम दिया गया.
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
'ऑपरेशन सिंदूर' एक सटीक और रणनीतिक सैन्य कार्रवाई थी, जो आतंकियों के ठिकानों पर केंद्रित थी. यह ऑपरेशन सीधे तौर पर पहलगाम हमले का जवाब था. भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्रों में मौजूद आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर बड़ी सफलता हासिल की. इसके तहत कई आतंकी शिविर तबाह किए गए.
पाकिस्तान की जवाबी कोशिश और भारत का प्रतिकार
भारत की इस कार्रवाई से घबराए पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, लेकिन हर बार भारतीय सेना ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया. इस प्रतिकार में पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ढांचे — जैसे एयर बेस, रडार साइट्स और कमांड सेंटर्स — को भारी नुकसान पहुंचा.
सीजफायर का प्रस्ताव लेकर आया पाकिस्तान
लगातार नुकसान और दबाव में आकर पाकिस्तान को 10 मई को भारत के सामने सीजफायर का प्रस्ताव रखना पड़ा. आपसी चर्चा के बाद दोनों देशों ने इस पर सहमति जताई और संघर्षविराम लागू किया गया.
पीएम मोदी का सख्त संदेश
पीएम मोदी ने कहा, "अब पाकिस्तान को समझ में आ गया है कि भारत से टकराना उसके बस की बात नहीं है. 'ऑपरेशन सिंदूर' में हमने दिखा दिया कि भारत कब, क्या और कैसे कर सकता है — वो भी सटीकता और गति के साथ."
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