जापान में फटा ज्वालामुखी तो दहशत में आ गए लोग, हर आपदा दिला रही बाबा वेंगा के भविष्यवाणियों की याद

    जापान के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित माउंट शिनमोएडाके ज्वालामुखी में बुधवार, 2 जुलाई को अचानक विस्फोट हुआ, जिससे क्षेत्र में राख और धुएं का विशाल गुबार 3,000 मीटर (लगभग 9,800 फीट) तक आसमान में फैल गया.

    People got scared when volcano erupted in Japan
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    टोक्यो: जापान के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित माउंट शिनमोएडाके ज्वालामुखी में बुधवार, 2 जुलाई को अचानक विस्फोट हुआ, जिससे क्षेत्र में राख और धुएं का विशाल गुबार 3,000 मीटर (लगभग 9,800 फीट) तक आसमान में फैल गया. यह घटना 2011 के बाद पहली बार इस स्तर की ज्वालामुखीय सक्रियता के रूप में दर्ज की गई है.

    जापानी मौसम विभाग (JMA) ने तुरंत चेतावनी जारी कर आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों से ज्वालामुखी के करीब न जाने की अपील की है. स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं और निकासी की योजनाओं को सक्रिय कर दिया गया है.

    क्षेत्र में 1000 से अधिक भूकंपीय झटके दर्ज

    इस ज्वालामुखीय गतिविधि के साथ-साथ कागोशिमा प्रीफेक्चर और दक्षिणी क्यूशू क्षेत्र में भूगर्भीय हलचल भी तेज हो गई है. गुरुवार, 3 जुलाई को आए 5.5 तीव्रता के भूकंप के बाद से क्षेत्र में सुरक्षा उपाय और तेज कर दिए गए हैं. पिछले दो सप्ताह में इस क्षेत्र में 1000 से अधिक छोटे-बड़े झटके दर्ज किए जा चुके हैं.

    शुक्रवार, 4 जुलाई को भूकंप के बाद कई तटीय और द्वीपीय इलाकों से निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. अधिकारियों ने कहा है कि यह एक एहतियाती कदम है और फिलहाल किसी बड़े नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है.

    भविष्यवाणियों पर सरकार की प्रतिक्रिया

    ज्वालामुखी विस्फोट और भूकंप की इन घटनाओं के बाद कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जापानी मंगा आर्टिस्ट रियो तात्सुकी की एक भविष्यवाणी चर्चा में आ गई, जिसमें 2025 में जापान में एक बड़ी आपदा की बात कही गई थी. कई यूज़र्स इसे बुल्गारियाई रहस्यवादी बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों से जोड़ते हुए चिंता जता रहे हैं.

    हालांकि, जापान सरकार ने शनिवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अपुष्ट और भ्रामक सूचनाओं से सावधान रहें और केवल अधिकृत सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी पर भरोसा करें.

    वर्तमान स्थिति और आगे की रणनीति

    जापान, जो विश्व के सबसे सक्रिय भूकंपीय और ज्वालामुखीय क्षेत्रों में से एक है, ऐसी घटनाओं के लिए व्यापक आपदा प्रबंधन प्रणाली रखता है. माउंट शिनमोएडाके और दक्षिणी क्यूशू के आसपास के क्षेत्रों में वैज्ञानिक निगरानी और स्थानीय प्रशासनिक तैयारी सक्रिय रूप से जारी है.

    मौसम विभाग और भूवैज्ञानिक एजेंसियां आने वाले दिनों में और अधिक भूगर्भीय गतिविधियों की संभावना से इनकार नहीं कर रहीं, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि इन घटनाओं को किसी भविष्यवाणी या अलौकिक बातों से जोड़ना वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उचित नहीं है.

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