जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को फिर से हवा दे दी है. हमले के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने अपनी सीमाओं पर सेना को हाई अलर्ट पर रख दिया और भारतीय सीमा के पास आसमान में निगरानी बढ़ाने के लिए अवाक्स (AWACS) विमान उड़ाने की रिपोर्ट भी सामने आई है.
पाकिस्तान में आपात बैठक
इस घटना के बाद भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की अहम बैठक हुई. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक बुलाई है.
इस बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ बयानबाज़ी में जुटे हैं और भारत को चेतावनी देने वाले इंटरव्यू लगातार दे रहे हैं. एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, “अगर भारत कोई परिस्थिति उत्पन्न करता है, तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम हैं.” साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत को सर्जिकल स्ट्राइक जैसा कोई "गैर-जिम्मेदाराना" कदम नहीं उठाना चाहिए.
“पाकिस्तान खुद आतंकवाद से दशकों से पीड़ित"
ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि अगर भारत की ओर से कोई हमला या दबाव बनाया गया, तो पाकिस्तान उसकी प्रतिक्रिया जरूर देगा. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया, लेकिन कहा कि जवाब देने में "कोई संकोच नहीं होगा."
एक अन्य बयान में रक्षा मंत्री ने भारत पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि भारत सिर्फ पाकिस्तान पर आरोप लगाकर अपनी ज़िम्मेदारियों से नहीं बच सकता. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान खुद आतंकवाद से दशकों से पीड़ित रहा है, ऐसे में यह सोचना कि हम आतंकवाद को बढ़ावा देंगे, सरासर गलत है.”
इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पहलगाम जैसी घटनाओं के पीछे "फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन" की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता – यानी भारत खुद ही ऐसा हमला कर पाकिस्तान पर आरोप मढ़ सकता है. पाकिस्तान की ओर से आए इन बयानों से साफ है कि वह भारत की संभावित प्रतिक्रिया को लेकर तनाव में है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने खुद को निर्दोष दिखाने की कोशिश में लगा हुआ है.
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