सड़कों पर लोग, सरकार के खिलाफ नारेबाजी, अपने गिरेबान में झांके पाकिस्तान! 500 से ज्यादा अरेस्ट; जानें माजरा क्या है?

    पाकिस्तान की राजनीति एक बार फिर उफान पर है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर मंगलवार को देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया, जिसके बाद पूरे पाकिस्तान में तनाव का माहौल पैदा हो गया.

    Pakistan PTI Party protesting for releasing imran khan from jail
    Image Source: Social Media

    पाकिस्तान की राजनीति एक बार फिर उफान पर है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर मंगलवार को देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया, जिसके बाद पूरे पाकिस्तान में तनाव का माहौल पैदा हो गया. पार्टी का दावा है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे 500 से अधिक कार्यकर्ताओं और समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. इनमें से अधिकतर गिरफ्तारियां लाहौर में हुईं, जहां सड़कों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.

    गौरतलब है कि इमरान खान को अगस्त 2023 में भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराया गया था. इसके बाद उन्हें लाहौर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था और वर्तमान में वे रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं. पार्टी का कहना है कि इमरान खान को ना तो उनके परिवार से खुलकर मिलने की अनुमति दी जा रही है, और ना ही उनकी कानूनी टीम तक उनकी पूरी पहुंच है.

    जनता का हक छीना जा रहा है 

    PTI के वरिष्ठ नेता ज़ुल्फी बुखारी ने एक प्रेस बयान में कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी को दो साल पूरे हो चुके हैं और अब यह केवल एक कानूनी मामला नहीं, बल्कि मानवाधिकारों का उल्लंघन बन चुका है. उन्होंने बताया कि सरकार ने विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए न सिर्फ प्रमुख सड़कों को ब्लॉक किया बल्कि पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों पर भी छापे मारे.

    बुखारी के अनुसार, सिर्फ पंजाब प्रांत से ही अब तक 500 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें सांसद भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, “हुकूमत में होने के बावजूद सरकार खुद डरी हुई लगती है. वह हर विरोध को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन हमारे कार्यकर्ता शांति से अपने अधिकारों के लिए खड़े रहेंगे.”

    धारा 144 का दुरुपयोग?

    पंजाब में सरकार ने धारा 144 लागू कर दी थी, जिसके तहत चार या उससे ज्यादा लोग एक साथ जमा नहीं हो सकते. इसी कानून के तहत पुलिस ने बड़ी संख्या में पीटीआई समर्थकों को हिरासत में लिया. पार्टी नेताओं ने इसे "लोकतंत्र की हत्या" बताया है.

    मीडिया पर रोक, सोशल मीडिया पर गूंज

    सरकार ने पीटीआई के विरोध प्रदर्शनों की मीडिया कवरेज पर भी पाबंदी लगा दी है, लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं. एक वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस एक बुजुर्ग समर्थक को घसीट रही है, जिसे लेकर लोगों में भारी आक्रोश है.

    सांस लेना भी गुनाह बन गया है

    पार्टी की एक और नेता मुसर्रत जमशेद चीमा ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा, “पंजाब की नकली मुख्यमंत्री मरियम नवाज़ खुद को तानाशाह समझती हैं. उन्होंने विरोध प्रदर्शन से पहले ही हमारे घरों पर छापेमारी शुरू करवा दी है.” उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सत्ता तंत्र ने आम नागरिकों के अधिकारों का गला घोंट दिया है.

    यह भी पढ़ेंः खत्म हुआ यूनुस का समय! अंतरिम सरकार के मुखिया ने किया चुनाव का ऐलान; जनता चुनेगी नई सरकार