पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के प्रति कड़ा रुख अपनाया है. भारत के एक्शन से पाकिस्तान के नेताओं की रातों की नींद उड़ी हुई है. पाकिस्तान सरकार को भारत के हमला करने का डर बुरी तरह सता रहा है. वहीं अब भारत के गीदड़भभकी देने वाले पाक के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर की हेकड़ी निकल गई है. जिसके बाद शहबाज और मुनीर ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से मदद की गुहार लगाई है.
शहबाज-मुनीर ने इमरान से मांगी मदद
पाकिस्तान में पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्त प्रतिक्रिया ने आंतरिक राजनीति में हलचल मचा दी है. सिंध, कराची और लाहौर जैसे इलाकों में सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं, जिससे जनता में भय का माहौल है. पाक सरकार को अंदेशा है कि PTI समर्थकों और सिंध के आंदोलनों से देश में विद्रोह भड़क सकता है. इसलिए, शहबाज शरीफ और जनरल मुनीर ने इमरान खान को साधने का रास्ता चुना है, जिससे विरोध को शांत किया जा सके.
सूत्रों के अनुसार चार पूर्व सैन्य अधिकारियों को इमरान खान के पास भेजा गया है ताकि वह PTI को आसिम मुनीर के खिलाफ विरोध बंद करने और सिंध में प्रदर्शन थामने के लिए मनाएं.
इमरान को जेल भेजने के पीछे शहबाज-मुनीर का हाथ
2019 में पुलवामा हमले के बाद, तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने आसिम मुनीर को उनके कार्यकाल समाप्त होने से पहले हटा दिया था, जो कि ISI के इतिहास में पहली बार हुआ था. इसके बाद से दोनों के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं. इसी दुश्मनी के चलते, जनरल मुनीर ने इमरान खान को जेल भेजने की रणनीति बनाई थी. अब वही जनरल मुनीर और शहबाज शरीफ, इमरान खान से मदद मांगने पर मजबूर हैं.
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