भारत के हमले के बाद अमेरिका ने भी शहबाज के मुंह पर मारा तमाचा, कहा- जवाब देने की सोचना भी मत

    Operation Sindoor : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले का बदला लेने के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत विपरीत दिशा में पाकिस्तान पर नौ ठिकानों को निशाना बनाया. इस एयरस्ट्राइक के तुरंत बाद,

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    Operation Sindoor : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले का बदला लेने के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत विपरीत दिशा में पाकिस्तान पर नौ ठिकानों को निशाना बनाया. इस एयरस्ट्राइक के तुरंत बाद, अमेरिका ने भी पड़ोसी देश को थपकी नहीं बल्कि साफ–साफ चेतावनी दी है कि भारत के खिलाफ कोई प्रतिशोधी कदम उठाने की हिम्मत न करें.

    व्हाइट हाउस से सख्त संदेश

    मार्को रूबियो का कड़ा रुख.अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने अपने स्मार्टफोन पर सोशल मीडिया (X) के माध्यम से कहा कि वे भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से बात कर स्पष्ट किया भारत को आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का पूरा अधिकार था. अब पाकिस्तान किसी भी जवाबी हमले की योजना न बनाए. भारत-पाक संघर्ष जल्द समाप्त हो, इसके लिए दोनों पक्षों को शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में काम करना चाहिए.”

    अमेरिका की दो टूक

    व्हाइट हाउस के सूत्रों के मुताबिक, NSA अजीत डोभाल ने रूबियो से ऑपरेशन सिंदूर में उठाए गए सैन्य कदमों की जानकारी साझा की. इसके बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को साफ निर्देश दिया कि भारत के हवाई हमले के खिलाफ कोई सैन्य प्रतिवाद न करें. ऑपरेशन सिंदूर’: एक नाप–तुली जवाबी कार्रवाई. हमले की पृष्ठभूमि 22 अप्रैल को पहलगाम में विदेशी पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों पर किए गए घातक आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान गई थी. निर्दयी आतंकियों ने महिलाओं का अपमान करते हुए बेरहमी दिखाई.

    भारत की प्रतिक्रिया

    7 मई की देर रात भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकवादी अड्डों पर सेंटीमीटर सटीक मिसाइल हमले किए. बहावलपुर, कोटली, मुरीदके, बाघ और मुजफ्फराबाद जैसे केंद्रों को निशाना बनाया गया, ताकि आतंक के स्रोत को जड़ से खत्म किया जा सके. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह कार्रवाई “केंद्रित, नपी-तुली और गैर-उकसावे वाली” थी, जिसका उद्देश्य सिर्फ आतंकियों को ठिकाने लगाना था, न कि आम नागरिकों या किसी देश की संप्रभुता को चुनौती देना.

    वैश्विक प्रतिक्रियाएं

    अमेरिकी समर्थन
    राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा,  कि “यह तनावपूर्ण स्थिति शर्मनाक है; मैं आशा करता हूं कि यह संघर्ष जल्द शांति में बदले.”

    अन्य प्रमुख देशों से वार्ता

    भारत ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, UAE और सऊदी अरब जैसे मित्र राष्ट्रों को ऑपरेशन के बारे में अवगत कराया, ताकि क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखी जा सके.

    भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसका इरादा दृढ़ है, और किसी भी उकसावे का जवाब निर्णायक सैन्य कार्रवाई से दिया जाएगा. इसके साथ ही, अमेरिका की चेतावनी ने यह संदेश भी दिया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय क्षेत्र में अनावश्यक तनाव नहीं चाहता.

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