इस्लामाबाद: भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की हकीकत को हिला कर रख दिया है. नतीजा ये हुआ है कि अब पाकिस्तान अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने की हड़बड़ी में है. आर्मी चीफ असीम मुनीर और ISI की अगुवाई में पाकिस्तान ने चीन और तुर्की से हथियारों की एक खतरनाक खेप खरीदने का फैसला किया है. जानकारी के मुताबिक, ये हथियार खासतौर पर पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में भारत के खिलाफ तैनात किए जाएंगे.
ऑपरेशन सिंदूर की चोट, चीन-तुर्की से इलाज
6-7 मई की रात भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त हमला हुआ था. इस कार्रवाई ने पाकिस्तान को झकझोर कर रख दिया. अब पाकिस्तान की आर्मी ड्रोन, ग्राउंड लॉन्चर और निगरानी सिस्टम की भारी खरीदारी कर रही है.
पाकिस्तान को अब डर है कि अगला हमला कहीं और बड़ा ना हो... और यही डर अब उसे हथियारों की होड़ में धकेल रहा है.
चीन से हथियारों का बड़ा सौदा
इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान चीन से ग्राउंड बेस्ड लॉन्चर, किलर UAV ड्रोन, और एडवांस सर्विलांस सिस्टम खरीदने जा रहा है.
तुर्की से फिर बनी बात, ड्रोन डील की वापसी
POK में बढ़ती सैन्य हलचल
रिपोर्टों के मुताबिक पाकिस्तान पीओके के जियारत टॉप और चिलयारी में नए निगरानी सिस्टम तैनात कर रहा है. इसके अलावा जैसलमेर और बीकानेर बॉर्डर के पास भी तकनीकी उपकरण लगाए जा रहे हैं ताकि भारत की किसी भी कार्रवाई पर नजर रखी जा सके.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान अब खुलकर पीओके को सैन्य गतिविधियों का हब बना रहा है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक संकेत है.
क्या भारत के खिलाफ साजिशें हो रही हैं?
भारत के सख्त रुख के बावजूद पाकिस्तान पुरानी नीति – 'आतंक और अस्थिरता' – पर ही चलता दिख रहा है. असीम मुनीर की अगुवाई में ISI और पाक आर्मी एक बार फिर पीओके को भारत विरोधी गतिविधियों का केंद्र बना रहे हैं.
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