भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जहां एक ओर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय दबाव और आंतरिक अस्थिरता से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर उसके नेता अब हास्यास्पद दावों के सहारे खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. ताजा मामला पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के उस बयान से जुड़ा है, जो उन्होंने अपनी संसद में दिया और जिसने सोशल मीडिया पर हंसी का तूफान खड़ा कर दिया है.
“हमने आईपीएल की लाइटें बंद कर दी थीं”
संसद में भाषण के दौरान ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि पाकिस्तान की साइबर सेना ने ‘आईपीएल मैच के दौरान स्टेडियम की फ्लडलाइट्स बंद कर दी थीं.’ उनका इशारा उस घटना की ओर था जब धर्मशाला में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच चल रहे मैच के दौरान 11वें ओवर में स्टेडियम की लाइटें अचानक बंद कर दी गई थीं. आसिफ ने कहा, “हमारी एयरफोर्स और साइबर वॉरियर्स ने कमाल कर दिखाया. हमारे बच्चों ने डैम के गेट भी बंद किए, पानी रिलीज किया और स्टेडियम की लाइटें भी बंद कर दीं.” उन्होंने इसे ‘साइबर युद्ध की जीत’ करार दिया.
"Our cyber warriors hacked stadium floodlights during IPL & Indian Dam gates"
— BALA (@erbmjha) June 14, 2025
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सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग की बाढ़
आसिफ के इस अजीबोगरीब दावे को लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई. भारतीय यूजर्स ने उनके बयान को कॉमेडी का दर्जा दे दिया. एक यूजर ने लिखा, “इन्हें कपिल शर्मा शो में भेज दो, खूब टीआरपी बढ़ेगी.” वहीं दूसरे ने कहा, “जॉनी लीवर को भी ये क्लास दे सकते हैं.”
ऑपरेशन सिंदूर के बाद का डर
यह वही ख्वाजा आसिफ हैं, जिन्होंने भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युद्धविराम की अपील की थी. जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ से अधिक आतंकी लॉन्च पैड्स को नेस्तनाबूद किया था और सौ से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया गया था, तो पाकिस्तान में हड़कंप मच गया था. उसी दौरान ख्वाजा आसिफ ने भारत से आग्रह किया था कि “तनाव और न बढ़ाया जाए, पाकिस्तान भी पीछे हटने को तैयार है.”
IPL पर असर और सुरक्षा अलर्ट
ऑपरेशन सिंदूर का असर धर्मशाला में चल रहे आईपीएल मैच पर भी पड़ा था. पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के मुकाबले के दौरान अचानक सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया. 11वें ओवर में स्टेडियम की फ्लडलाइट्स बंद कर दी गईं और तत्परता से दर्शकों को बाहर निकाला गया. माना गया कि ये कार्रवाई हवाई हमले की आशंका के चलते की गई थी. मगर पाकिस्तानी मंत्री ने इसे एक “साइबर जीत” बताकर मज़ाक का विषय बना दिया.
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