बॉलीवुड की चमकती दुनिया से एक बेहद भावुक कर देने वाली खबर आई है. हिंदी सिनेमा के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र अब इस दुनिया में नहीं रहे. 24 नवंबर की सुबह आई इस खबर ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री, उनके परिवार और करोड़ों प्रशंसकों को गहरे सदमे में डाल दिया. 89 वर्षीय धर्मेंद्र जल्द ही अपने 90वें जन्मदिन का जश्न मनाने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने अंतिम सांसें ले लीं. हाल ही में उन्हें सांस लेने में दिक्कत के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां हालत बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया. भारत ही नहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी इस दिग्गज कलाकार के जाने का गम साफ दिखाई दे रहा है.
धर्मेंद्र के चले जाने का असर सीमाओं से परे जाकर महसूस किया गया. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान राशिद लतीफ़ ने भी अपनी भावुक प्रतिक्रिया दी. IANS से बात करते हुए उन्होंने कहा कि धर्मेंद्र केवल भारत के सितारे नहीं थे, बल्कि पूरी दुनिया के कलाकार थे. ‘शोले’ जैसी फिल्मों ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई और पाकिस्तान में भी उन्हें अपार सम्मान और मोहब्बत मिली. राशिद ने कहा कि यह नुकसान पूरे सिनेमा जगत के लिए बेहद बड़ा है.
देश में शोक की लहर, नेताओं और खिलाड़ियों ने किया याद
धर्मेंद्र के निधन की खबर फैलते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सहित कई बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की. खेल जगत से भी अनेक दिग्गजों ने सोशल मीडिया पर संवेदनाएं व्यक्त कीं. उनके परिवार के लिए यह क्षण किसी गहरे सदमे से कम नहीं है, क्योंकि धर्मेंद्र केवल एक कलाकार ही नहीं, बल्कि भारतीय घरों का हिस्सा बन चुके थे.
एक साधारण लड़के की असाधारण सफर की कहानी
धर्मेंद्र का जन्म 1935 में पंजाब में हुआ था. दिलीप कुमार की फिल्मों ने उनकी जिंदगी में नया सपना जगाया—एक्टर बनने का सपना. उन्होंने अपने संघर्ष की शुरुआत उस वक्त की जब फिल्मफेयर और बिमल रॉय प्रोडक्शंस ने ऑल इंडिया टैलेंट सर्च प्रतियोगिता का आयोजन किया. 1958 में धर्मेंद्र ने हजारों प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए जीत हासिल की और यहीं से उनकी किस्मत ने करवट ली. अपनी दमदार पर्सनैलिटी, गहरी आंखों और प्रभावशाली स्क्रीन प्रेजेंस से उन्होंने इंडस्ट्री को चकित कर दिया.
हर शैली के माहिर—छह दशक का सुनहरा सफर
धर्मेंद्र ने अपने करियर में रोमांस किया, एक्शन में धूम मचाई, कॉमेडी में दर्शकों को हंसाया और पारिवारिक किरदारों से दिल जीत लिया. हर प्रकार की भूमिका में उनकी सहजता और स्टारडम की चमक ने उन्हें दर्शकों का चहेता बना दिया. छह दशकों से अधिक समय तक उन्होंने भारतीय दर्शकों को एंटरटेन किया और हिंदी सिनेमा को अनगिनत यादें दीं. उनके जाने से बॉलीवुड ने न सिर्फ एक सुपरस्टार, बल्कि एक युग खो दिया है.
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