भारत के खौफ से बौखलाया पाक सेना प्रमुख मुनीर! जेल में बंद इमरान खान के सामने फैलाए मदद के लिए हाथ

    पाकिस्तान में भले ही चुनाव होते हों, जनता वोट करती हो और अपना नेता चुनती हो, लेकिन असली ताकत वहां की फौज के पास ही होती है. सरकार बनाना और गिराना पाकिस्तानी सेना का इतिहास रहा है. मौजूदा सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच पिछले कई सालों से विवाद है.

    Pakistan army chief seeks help from imran khan in jail
    Image Source: Social Media

    पाकिस्तान में भले ही चुनाव होते हों, जनता वोट करती हो और अपना नेता चुनती हो, लेकिन असली ताकत वहां की फौज के पास ही होती है. सरकार बनाना और गिराना पाकिस्तानी सेना का इतिहास रहा है. मौजूदा सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच पिछले कई सालों से विवाद है. अब जनरल असीम मुनीर ने अपने दुश्मन के सामने ही मदद का हाथ फैला दिया है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दिनों पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से मिलने 4 सेना के पूर्व अधिकारी पहुंचे. सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले के बाद के मौजूदा हालातों में अब सेना प्रमुख ने इमरान खान से दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए मदद मांगी है.

    सेना प्रमुख ने दूतों के जरिए भेजा पैगाम

    इमरान खान को इसी साल अल कादिर ट्रस्ट मामले में 14 साल की जेल हो गई. इस वक्त इमरान रावलपिंडी की जेल में बंद हैं. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में पाकिस्तानी सेना के 4 पूर्व सैन्य कमांडरों ने जेल में बंद इमरान खान से मुलाकात की थी. जेल में इन कमांडर्स ने इमरान खान से सेना प्रमुख से विरोध खत्म करने की अपील की है.

    जनरल असीम मुनीर और इमरान खान की दुश्मनी

    सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच विवाद खुलकर तब सामने आया जब इमरान खान ने 2019 में असीम मुनीर को DG ISI के पद से हटा दिया. असीम मुनीर के लिए यह किसी फजीहत से कम नहीं था क्योंकि उन्हें अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले हटा दिया गया था. इसके पीछे की वजह थी इमरान खान की पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत पेश करना. इसके बदले इमरान खान की तरफ से जनरल असीम मुनीर के खिलाफ कई भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए गए. सेना बनाम इमरान खान तब और खुलकर सामने आई जब जिस इमरान खान को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया था, उसे ही गद्दी से उतार दिया गया. खुद इमरान को चुनावों में हराने के लिए नवाज़ शरीफ को पाकिस्तान में एंट्री कराई गई थी.

    इमरान के समर्थकों की फौज को जरूरत

    इमरान खान के खिलाफ एक के बाद एक मुकदमे और सजाओं का दौर जारी था, तो नवाज़ शरीफ पर मुकदमे खत्म किए जाने लगे. इमरान को एक सजा में जमानत मिलती तो दूसरी में फिर जेल में डाल दिया जाता. यहां तक कि पीटीआई के सिंबल को ही फ्रीज करा दिया गया. अप्रैल 2022 में इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के बाद इमरान खान ने सेना के खिलाफ हमले और तेज कर दिए. यहां तक कि यह आरोप तक लगा दिया कि उन्हें मारने की दो बार कोशिश की गई है. इमरान के समर्थकों ने 9 मई 2023 को रावलपिंडी के जनरल हेडक्वार्टर से लेकर लाहौर कोर कमांडर के घर तक आ घुसे और तोड़फोड़ कर डाली थी.

    इमरान खान की छवि को खराब करने के लिए कई तरह के ऑडियो और वीडियो तक रिलीज कराए गए, लेकिन इतना सब कुछ करने के बावजूद इमरान खान की लोकप्रियता कम होने के बजाय बढ़ती ही रही. अब उसी लोकप्रियता का फायदा भारत के साथ मौजूदा तनाव में उठाना चाहते हैं.

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