Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले के आतंकी की तस्वीर आई सामने

    पहलगाम हमले के आतंकी की पहली तस्वीर सामने आ चुकी है. मंगलवार को जम्मू-कश्मीर की शांत और सुरम्य वादियों को एक बार फिर आतंक की साजिश ने लहूलुहान कर दिया है.

    Pahalgam Terror Attack First image of terrorist of attack
    Image Source: Bharat 24

    Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू--कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया. इस हमले की घटना ने देश को झकझोर दिया है. इसी कड़ी में इस हमले के आतंकी की पहली तस्वीर सामने आई है. आपको बता दें कि आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन ने ली है, जो पहले भी कई बार घाटी में हिंसा फैलाने के लिए बदनाम रहा है. TRF यानी 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' ने ली है. 

    झाड़ियों से निकले आतंकी, और दहशत का खेल शुरू हुआ

    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ अज्ञात हमलावर वर्दी में जंगलों से निकलकर मैदान की ओर आए. उन्होंने पहले नाम पूछना शुरू किया, जिससे भ्रम की स्थिति बनी—लोग उन्हें सुरक्षाकर्मी समझ बैठे. लेकिन अगले ही पल उन पर गोलियां बरसने लगीं. एक महिला पर्यटक ने बताया "उन्होंने हमारा नाम पूछा और कुछ कहने से पहले ही नजदीक से गोली मार दी. महिलाएं डर के मारे चिल्लाने लगीं, लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया. पुरुषों को निशाना बनाया गया."

    इस हमले के बाद घायलों के लिए स्थानिय लोग और दुकानदारों ने सबसे पहले मदद का हाथ आगे बढ़ाया था. जानकारी के अनुसार उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना टट्टुओं पर लादकर घायलों को पहलगाम तक पहुंचाया. एक चश्मदीद के अनुसार, "हमने पुलिस को खबर की, लेकिन जब तक वे पहुंचे, आतंकी जा चुके थे."

    सिर में लगी गोली 

    वहीं इस हमले में कर्नाटक के रहने वाले दंपत्ती भी शामिल थे. बताया गया कि इसी कपल पल्लवी राव के पति को सिर में गोली लगी. रिश्तेदारों का कहना है कि उन्हें पहले ऐसा लगा कि यह सेना का कोई अभ्यास है. लेकिन बहुत देर नहीं लगी यह समझने में कि यह असली गोलियां है. इसी दौरान पल्लवी राव के पति के सिर में गोली लगी. 

    TRF क्या है और इसका असली मकसद?

    जिस संगठन TRF ने इसकी जिम्मेदारी ली है. इसकी शुरुआत 2019 में उस समय हुई थी जब भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया। यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही नया चेहरा है, जिसे FATF जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की नजरों से बचाने के लिए तैयार किया गया था। TRF सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी एजेंडे को फैलाता है और घाटी में टारगेट किलिंग जैसे हमलों को अंजाम देता है.