मध्य पूर्व एक बार फिर युद्ध की आग में झुलस रहा है. इस बार इजरायल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई में वो ताकत दिखाई, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया. 12-13 जून की रात इजरायली वायुसेना ने ईरान की प्रमुख परमाणु और सैन्य ठिकानों पर एक साथ कई मोर्चों से हमला किया. करीब 330 से ज्यादा एडवांस हथियारों का इस्तेमाल कर 100 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया.
इस हमले का उद्देश्य था – ईरान के परमाणु कार्यक्रम को गंभीर क्षति पहुंचाना. वहीं ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई में करीब 100 मिसाइलें दागीं, लेकिन इजरायल की आयरन डोम प्रणाली और अमेरिका की रणनीतिक मदद से ज़्यादातर मिसाइलों को रास्ते में ही नष्ट कर दिया गया. हालांकि इजरायल को भी कुछ अहम ठिकानों पर नुकसान उठाना पड़ा.
किन-किन परमाणु साइट्स पर गिरा इजरायली हमला?
1. नतांज यूरेनियम एनरिचमेंट फैसिलिटी
2. फोर्डो यूरेनियम एनरिचमेंट फैसिलिटी
3. इस्फहान न्यूक्लियर साइट
4. परचिन न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर
कौन सी परमाणु साइटें बच गईं?
बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र
अराक भारी पानी रिएक्टर
तेहरान रिसर्च रिएक्टर
ईरान की परमाणु जाल: खतरे अभी बाकी हैं
रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान में लगभग 15 परमाणु साइट्स हैं, जिनमें कुछ सीधे परमाणु हथियारों के निर्माण से जुड़ी हैं, जबकि कई साइटें खनन, शोध और अन्य सहायक गतिविधियों से संबंधित हैं. इजरायल ने पहले चरण में उन्हीं ठिकानों को निशाना बनाया जिन्हें वो तत्काल खतरा मानता है.
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