Namibia Beat South Africa: विंडहोक में खेले गए एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में नामीबिया ने दुनिया की शीर्ष टीमें में से एक दक्षिण अफ्रीका को हराकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया. इस जीत को नामीबिया क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जा रहा है. 135 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए नामीबिया की टीम ने आखिरी गेंद पर चौका लगाकर मुकाबला चार विकेट से अपने नाम किया.
मैच की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया, लेकिन टीम की शुरुआत बेहद खराब रही. अनुभवी सलामी बल्लेबाज़ क्विंटन डी कॉक महज़ एक रन बनाकर आउट हो गए, जिससे टीम पर जल्द ही दबाव बन गया. रीजा हेंड्रिक्स भी सात रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौटे. पावरप्ले के भीतर ही टीम ने दो महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए थे.
इसके बाद भी बल्लेबाज़ी क्रम नहीं संभल पाया. रुबिन हरमन और ड्वेन प्रिटोरियस ने जरूर कुछ रन जोड़े, लेकिन वे पारी को टिकाकर आगे नहीं ले जा सके. कप्तान डोनोवन फरेरा और एंडिले सिमेलाने से उम्मीदें थीं, मगर वे भी सस्ते में लौट गए. अंत में जेम्स स्मिथ ने 30 गेंदों पर 31 रन बनाकर स्कोर को 130 के पार पहुंचाया, लेकिन टीम 134 रन पर ही सिमट गई.
नामीबिया की शुरुआत भी रही संघर्षपूर्ण
135 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए नामीबियाई टीम को भी लगातार विकेटों के झटके लगे. शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ जल्दी आउट होते गए, और लग रहा था कि यह मुकाबला दक्षिण अफ्रीका की झोली में जा सकता है. 15वें ओवर तक मैच पूरी तरह से दक्षिण अफ्रीका की पकड़ में था.
हालांकि, नामीबिया ने हिम्मत नहीं हारी. मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों ने संयमित पारी खेली और धीरे-धीरे रन बोर्ड पर जुड़ते रहे. 19वें ओवर में 12 रन आए, जिससे टीम की उम्मीदें बढ़ गईं. अब आखिरी ओवर में जीत के लिए 11 रनों की जरूरत थी.
जेन ग्रीन बने मैच के हीरो
आखिरी ओवर में जेन ग्रीन ने जैसे ही पहली गेंद पर छक्का जड़ा, स्टेडियम में रोमांच चरम पर पहुंच गया. अब पांच गेंदों पर सिर्फ पांच रन चाहिए थे, लेकिन मैच फिर भी आखिरी गेंद तक पहुंचा. अंत में जेन ग्रीन ने आखिरी गेंद पर चौका लगाकर अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई.
उनकी शांत और आक्रामक पारी ने यह साबित कर दिया कि नामीबिया की टीम अब बड़े मौकों पर घबराती नहीं है, और दबाव में भी मैच को अपने पक्ष में मोड़ने का माद्दा रखती है.
गेंदबाज़ों का शानदार प्रदर्शन
इस जीत में नामीबिया के गेंदबाज़ों का योगदान भी बेहद अहम रहा. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका जैसी बड़ी टीम को 134 रन पर रोकने में अहम भूमिका निभाई. नई गेंद से कसी हुई लाइन-लेंथ और मिडिल ओवर्स में लगातार विकेटों ने विरोधी बल्लेबाज़ों को रन बनाने का मौका नहीं दिया.
बड़ी टीमों को मिल गया बड़ा संदेश
नामिबिया की यह जीत सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह एक संकेत है कि अब क्रिकेट के मैदान पर किसी भी टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता. टी20 फॉर्मेट में नामीबिया जैसी उभरती टीमें भी बड़े नामों को हराने का माद्दा रखती हैं. दक्षिण अफ्रीका को भी इस हार से सबक लेना होगा, खासतौर पर अपनी बल्लेबाज़ी को लेकर.
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