महाराष्ट्र के इलेक्ट्रिक वाहन (ई-वाहन) चालकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. राज्य विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने निर्देश दिया कि सभी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टोल माफी को आठ दिनों के भीतर लागू किया जाएगा. इसके अलावा, जो टोल राशि पहले वसूली गई है, उसे भी वाहन मालिकों को वापस करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस फैसले के बाद, ई-वाहन चालकों को राहत मिलने की उम्मीद है और वे अब टोल से मुक्त होकर अपनी यात्रा कर सकेंगे.
सदन में हुई चर्चा और स्पीकर का स्पष्ट निर्देश
विधानसभा में यह मुद्दा विधायक शंकर जगताप द्वारा उठाया गया था. इस पर जवाब देते हुए स्पीकर राहुल नार्वेकर ने स्पष्ट किया कि सरकार ने पहले ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टोल माफी की घोषणा की है, और अब वह इसे लागू करने से पीछे नहीं हटेगी. उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि आठ दिनों के भीतर राज्यभर के सभी टोल नाकों को टोल न लेने का स्पष्ट निर्देश जारी किया जाएगा.
ई-वाहन उपयोगकर्ताओं के लिए और क्या सुधार होंगे?
स्पीकर नार्वेकर ने इस दौरान एक और महत्वपूर्ण पहलू की ओर भी ध्यान आकर्षित किया. उनका कहना था कि राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग में तेजी से वृद्धि हो रही है, ऐसे में चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है. साथ ही, मौजूदा चार्जिंग स्टेशनों की क्षमता भी बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि ई-वाहन चालकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.
विधानसभा में इस विषय पर चर्चा करते हुए मंत्री दादा भुसे ने स्वीकार किया कि तकनीकी कारणों की वजह से टोल माफी लागू करने में तीन महीने की देरी हुई. हालांकि, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जरूरी सुधार जल्दी ही किए जाएंगे, जिससे यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो सके.
किसे मिलेगा फायदा?
इस कदम का मुख्य फायदा राज्य के इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं को होगा, जो अब बिना किसी टोल की बाधा के यात्रा कर सकेंगे. महाराष्ट्र सरकार की नीति के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टोल माफी का प्रावधान है, लेकिन कई शिकायतें आईं थीं कि टोल बूथों पर अब भी टोल वसूला जा रहा है. अब यह नया निर्देश इसे खत्म करने का काम करेगा और वाहन मालिकों को राहत देगा.
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