MP News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार, 23 नवंबर को गंजबासौदा में एक महत्वपूर्ण घोषणा की. उन्होंने गंजबासौदा का नाम बदलकर वासुदेव नगर रखने की मांग पर सहमति व्यक्त की है. यह कदम राज्य सरकार की तरफ से एक और नाम परिवर्तन की ओर इशारा करता है, जिसमें प्रदेश के अन्य शहरों और गांवों के नाम भी पहले बदले जा चुके हैं. सीएम ने इस प्रस्ताव को केंद्रीय सरकार तक भेजने का वादा किया और इस कदम को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस प्रस्ताव को आधिकारिक रूप से तैयार करके भेजें.
गंजबासौदा का नाम क्यों बदला जा रहा है?
गंजबासौदा का नाम बदलकर वासुदेव नगर रखने की सीएम की घोषणा ने स्थानीय लोगों और प्रदेशभर में चर्चा का विषय बना दिया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गंजबासौदा का नाम वासुदेव से जोड़ने की यह पहल वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत से प्रेरित है, जो हमें प्रकृति और मानवता के प्रति सम्मान की शिक्षा देता है. सीएम ने यह भी कहा कि इस पवित्र नाम में कंजूसी क्यों हो सकती है, जब हम सबका उद्देश्य एकता और सामूहिक विकास है. उनका कहना था कि यह नाम पूरी तरह से भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है, और इसे बदलने से कोई बुराई नहीं होनी चाहिए.
कैसे होगा नाम बदलने का प्रस्ताव?
सीएम मोहन यादव ने गंजबासौदा के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे इसका प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजें. इसके बाद राज्य सरकार इस प्रस्ताव को केंद्रीय सरकार तक पहुंचाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नगरों के नाम बदलने की प्रक्रिया केंद्र सरकार से जुड़ी होती है, और इस प्रक्रिया में राज्य सरकार पूरी तरह से उनके साथ है. इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने में सीएम ने अपनी सहमति दी.
गंजबासौदा में सीएम मोहन यादव का भव्य रोड शो
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस ऐतिहासिक घोषणा के साथ-साथ गंजबासौदा में एक भव्य रोड शो भी आयोजित किया. इस रोड शो में बड़ी संख्या में उनके समर्थक और स्थानीय लोग शामिल हुए. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस मौके पर उनके साथ थे. दोनों नेताओं ने हाथ उठाकर लोगों का अभिवादन किया और क्षेत्रवासियों से संवाद किया.
गंजबासौदा के लिए 182 करोड़ का विकास पैकेज
सीएम ने गंजबासौदा को विकास के एक नए युग में प्रवेश करने के लिए 182 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी. इनमें 32 करोड़ 42 लाख रुपये की लागत से नया सिविल अस्पताल खोला गया, जो क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा को बेहतर बनाएगा. इसके अलावा, 64 करोड़ 29 लाख रुपये की लागत से 26 विकास कार्यों का उद्घाटन भी हुआ, और 85 करोड़ 84 लाख रुपये की लागत से 28 नए विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया. सीएम ने कहा कि इन कार्यों से गंजबासौदा क्षेत्र को और आधुनिक रूप मिलेगा, और यहां की बुनियादी सुविधाएं बेहतर होंगी.
मध्यप्रदेश में 69 नामों का हुआ बदलाव
मध्यप्रदेश सरकार ने पिछले कुछ सालों में 69 शहरों और गांवों के नाम बदलने की घोषणा की है. पहले इस्लाम नगर का नाम बदलकर जगदीशपुर किया गया था, और फिर होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम और नसरुल्लागंज का नाम भेरुंदा रखा गया. इसके अलावा, उज्जैन के मौलाना, जहांगीरपुर और गजनी खेड़ी के नाम भी बदले गए हैं. शाजापुर के 11 और देवास के 54 गांवों के नाम भी बदलकर नई पहचान दी गई है. यह सिलसिला लगातार जारी है, और मुख्यमंत्री ने इस प्रक्रिया को और भी आगे बढ़ाने का संकेत दिया है.
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