Lucknow News: लखनऊ के कैसरबाग इलाके में रहने वाली 35 वर्षीय रोशनी उर्फ शाहरुख की पत्नी ने जांच अधिकारियों को और पूरे शहर को ऐसी खबर सुनाई जो किसी लाश से कम नहीं थी. खुद के घर में सो रही 7 वर्षीय मासूम बेटी साइना (उर्फ सोना) की गला और मुंह दबाकर हत्या की, उस पर भी वह खुद बेपरवाही और बेशर्मी से पार्टी करती रही. इस सनसनीखेज मामले ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है.
हेल्पलाइन कॉल से खुला राज
14 जुलाई की देर रात, ज बलखनऊ पुलिस को रोड 112 कंट्रोल रूम पर कॉल आई, कॉल करने वाली रोशनी खुद थी. उसने कहा कि पति शाहरुख ने पत्नी और बेटी के साथ झगड़े के दौरान बेटी को मार दिया और भाग गया है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उनके सामने जो दृश्य था वह पुलिस के जीवन भर के अनुभव को झकझोर कर रख देने वाला था. मौके पर जैसे ही शव का पता चला, पुलिस और पहचान वालों को स्थिति भांप गए, शव से तेज़ बदबू आ रही थी और शव पर कीड़े मकोड़े सरेआम दिख रहे थे. यह स्पष्ट संकेत थे कि हत्या घटना काफी पहले हुई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, मौत 36 से 48 घंटे पहले हुई थी यानी संभवतः 13 जुलाई की सुबह या रात को ही हत्या की गई थी.
पुलिस जांच में खुला सच
जांच में जब रोशनी और उसके प्रेमी उदित जायसवाल से पूछताछ की गई, तो उदित टूट गया. उसने स्वीकार किया कि उसे और रोशनी को लगभग 4 साल पुराना आपसी संबंध था. वे लिव-इन रिलेशनशिप में थे और सास, जेठ व ननदों के साथ विवाद के बाद रोशनी ने उन्हें झूठे रेप मामले में फंसवा दिया था. अब उनकी अगली योजना थी पति शाहरुख को भी रास्ते से हटाना और बेटी की हत्या के पीछे उन्होंने साजिश रची. रोशनी और उदित की योजना बेहद शातिराना थी. उन्होंने पहले रेप का झूठ फैलाकर जेठ, जेठानी और ननदों को जेल भेजा, जिससे उनका विरोध खत्म हो गया. पति शाहरुख को भी उन्होंने झगड़े का दिखावा कर घर से बाहर निकाला और होटल भेज दिया था. इस बीच उन्हें लगा कि अब वे बेटी को भी मार सकेंगे और पति को ही हत्या का कसूरवार ठहराएंगे.
बेटी की हत्या की भयावह घटना
रोशनी ने 13 जुलाई दोपहर को अपनी बेटी का गला दबाया और मुंह ढक कर चुपचाप उसे मार डाला. बेटी की मौत के बाद उसने बेटी के पेट पर पैर रखकर लाश से निकल रहे खून को दबाया. उदित ने अपने कपड़ों से खून साफ़ किया. उनके हाथों की यह क्रूरता इतनी घिनौनी है कि इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है. बाद में बेटी की लाश को बेड के बॉक्स में बंद किया गया. जब बदबू बढ़ी, तो लाश को AC के सामने कमरे में रखा गया और उस पर परफ्यूम छिटका गया. तिल-तिल कर थके घरवालों का बचाव या तो किसी तरह किया गया. रोशनी और उदित ने हत्याजनक लाश की मौजूदगी के बीच शराब-ड्रग्स लेकर शराब पार्टी की और पूरी रात शोरूशराबे के ठुमके लगाए.
पुलिस की जांच और गिरफ्तारियां
13 जुलाई शाम उदित और रोशनी का पीछा करने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की. रामगढ़ चौकी पुलिस ने संदेह के आधार पर दोनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की. उदित के कबूलनामे और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल जाने पर पुलिस ने 14 जुलाई की रात दोनों को गिरफ्तार कर लिया. उनकी यह साजिश सिर्फ बेटी और पति को मरवाने वाली नहीं थी. इसका उद्देश्य संपत्ति हड़पना और नियंत्रण पाना भी था. सबूतों से पता चला है कि उनकी आंखों में संपत्ति, पैसे और पावर का लालच था, जिसके लिए मासूम को भी नहीं छोड़ा गया.
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