'इजराइल पूरी तरह से खत्म हो जाता, इसलिए अमेरिका जंग में कूदा...' सीजफायर के बाद खामेनेई की गीदड़भभकी

    ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक नई पोस्ट में दावा किया कि उनकी सेना ने इजराइल के खिलाफ निर्णायक जीत हासिल की है.

    Khamenei said – America jumped into the war to save Israel
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    तेहरान/तेल अवीव: ईरान और इजराइल के बीच हालिया सैन्य टकराव के बाद बयानबाजी तेज हो गई है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक नई पोस्ट में दावा किया कि उनकी सेना ने इजराइल के खिलाफ निर्णायक जीत हासिल की है. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इस संघर्ष में केवल इसलिए हस्तक्षेप किया क्योंकि उसे आशंका थी कि इजराइल पूरी तरह खत्म हो सकता है.

    ईरान ने अमेरिका को भी जवाब दिया- खामेनेई

    खामेनेई ने सोशल मीडिया पर कहा, “हमने इजराइल को कुचल दिया. अमेरिका ने हस्तक्षेप किया, लेकिन कुछ हासिल नहीं कर सका. हमने कतर स्थित उसके प्रमुख एयरबेस पर हमला कर उसे करारा जवाब दिया.”

    उन्होंने यह भी कहा कि ईरान की पहुंच मिडिल ईस्ट में अमेरिका के अहम सैन्य ठिकानों तक है, और भविष्य में किसी भी हमले का “भारी जवाब” दिया जाएगा.

    फ्रांस का खुलासा- रोके कई ईरानी ड्रोन

    फ्रांस ने पुष्टि की है कि उसने संघर्ष के दौरान इजराइल की ओर जा रहे कई ईरानी ड्रोन हमलों को विफल किया. फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू ने संसद को बताया कि 12 दिनों की लड़ाई में ईरान ने लगभग 1,000 ड्रोन और 400 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से कई को रोका गया.

    परमाणु गतिविधियों पर भी बढ़ी चिंता

    अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने चिंता जताई है कि ईरान ने परमाणु ठिकानों की जांच पर अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है. IAEA प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने कहा, “ईरान की ओर से अनुमति नहीं मिलने पर अंतरराष्ट्रीय निरीक्षण प्रणाली प्रभावित हो रही है, जो NPT के तहत उसकी कानूनी जिम्मेदारी है.”

    IAEA के मुताबिक, ईरान को परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के सदस्य के रूप में निरीक्षण की अनुमति देनी ही होगी. यह समझौता दुनिया में परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने और परमाणु तकनीक के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बना है.

    ईरान ने दी संकेत- NPT से हटने का विचार

    इन दबावों के बीच, ईरान के विदेश उपमंत्री अब्बास अराकची ने बयान दिया कि ईरान, इजराइल और अमेरिका द्वारा अपने परमाणु ठिकानों पर संभावित हमलों को देखते हुए NPT से अपनी सदस्यता पर पुनर्विचार कर सकता है.

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