ट्रंप को मिल पाएगा नोबेल शांति पुरस्कार? पारिस्तान के बाद अब इस देश ने भी दिया समर्थन

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में हैं.इस बार उनके शांति प्रयासों को लेकर. कंबोडिया सरकार ने संकेत दिया है कि वह ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने जा रही है. यह प्रस्ताव ऐसे वक्त पर आया है जब ट्रंप पहले से ही पाकिस्तान और इज़राइल द्वारा इसी पुरस्कार के लिए नामांकित हो चुके हैं.

    Kambodia Supports trump for nobel prize after pakistan
    Image Source: Social Media

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में हैं.इस बार उनके शांति प्रयासों को लेकर. कंबोडिया सरकार ने संकेत दिया है कि वह ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने जा रही है. यह प्रस्ताव ऐसे वक्त पर आया है जब ट्रंप पहले से ही पाकिस्तान और इज़राइल द्वारा इसी पुरस्कार के लिए नामांकित हो चुके हैं.


    हालिया घटनाक्रम के अनुसार, ट्रंप ने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच चले आ रहे सीमा विवाद में मध्यस्थता कर युद्ध विराम सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कंबोडिया के उप-प्रधानमंत्री सन चैंथोल ने इस पहल की पुष्टि करते हुए कहा कि ट्रंप के बिना यह शांति समझौता संभव नहीं हो पाता. उन्होंने बताया कि इस संघर्ष में अब तक दर्जनों लोगों की जान गई और हजारों नागरिकों को अपना घर छोड़ना पड़ा था. लेकिन ट्रंप के हस्तक्षेप ने दोनों देशों को बातचीत की टेबल पर लाने में मदद की, जिससे संघर्ष पर विराम लग सका.

    व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया

    अमेरिकी मीडिया आउटलेट न्यूजवीक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता अन्ना केली ने इस घटनाक्रम पर कहा कि ट्रंप ने वैश्विक शांति प्रयासों में हमेशा आगे रहकर नेतृत्व किया है. उन्होंने न सिर्फ अमेरिका की सैन्य और कूटनीतिक ताकत का उपयोग किया, बल्कि वैश्विक बाजार और सहयोग की संभावनाओं को भी शांति प्रक्रिया के लिए हथियार बनाया.
    ट्रंप को पहले भी मिल चुके हैं नॉमिनेशन

    यह पहला मौका नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप का नाम नोबेल शांति पुरस्कार के लिए सामने आया हो. इससे पहले पाकिस्तान और इज़राइल की ओर से भी उनके नाम की सिफारिश की जा चुकी है. माना जाता है कि ट्रंप की विदेश नीति और उनकी भू-राजनीतिक रणनीति, विशेष रूप से अब्राहम समझौते और अफगानिस्तान वार एग्ज़िट प्लान, उन्हें इस योग्य बनाते हैं.

    एक पुराना विवाद, नई पहल

    कंबोडिया और थाईलैंड के बीच यह सीमा विवाद औपनिवेशिक काल से चला आ रहा है. यह सीमा फ्रांस के शासनकाल में तय की गई थी और तभी से दोनों देशों के बीच इसे लेकर विवाद बना हुआ था. सीमावर्ती क्षेत्रों में बार-बार हिंसा भड़कती रही, लेकिन ट्रंप की पहल ने पहली बार इस मसले पर ठोस हल निकाला है.

    क्या नोबेल मिलेगा ट्रंप को?

    नोबेल शांति पुरस्कार उन व्यक्तियों या संस्थाओं को दिया जाता है जिन्होंने वैश्विक स्तर पर भाईचारे, सहयोग और शांति को बढ़ावा दिया हो. हालांकि नामांकन की प्रक्रिया ही इस पुरस्कार की गारंटी नहीं होती, लेकिन ट्रंप की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय स्वीकृति इस बात का संकेत है कि उन्हें इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए गंभीरता से देखा जा रहा है.

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