गाजा में कुछ बड़ा करने वाला है इजरायल? शुरू होगा नया सैन्य अभियान, ट्रंप को भी पानी नहीं दे रहे नेतन्याहू

    इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में जारी हमले रोकने की ट्रंप की अपील को अनदेखा कर दिया है और अब इजरायली सेना ने एक नया और बड़ा जमीनी सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा कर दी है.

    Israeli army announces launch of ground military operation in Gaza
    File Image Source ANI

    Israel Palestine War: गाजा पट्टी एक बार फिर बारूद के धुएं में घिर चुकी है. इजरायली हमलों की तेज़ी और सैकड़ों बेकसूर जानों के नुकसान ने यह साफ कर दिया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति की कोशिशें ज़मीनी हकीकत पर असर डालने में नाकाम साबित हो रही हैं. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में जारी हमले रोकने की ट्रंप की अपील को अनदेखा कर दिया है और अब इजरायली सेना ने एक नया और बड़ा जमीनी सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा कर दी है.

    इजरायल का नया ऑपरेशन

    इजरायल की सेना ने रविवार को बताया कि वह गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर नया ज़मीनी ऑपरेशन शुरू कर रही है. यह ऑपरेशन, हमास पर दबाव बढ़ाने और इजरायल की शर्तों पर युद्धविराम कराने की एक रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है. बता दें कि पिछले सप्ताह की कार्रवाई में दर्जनों लड़ाकों को मार गिराया गया. इसमें 670 से अधिक लक्ष्यों को निशाना बनाया गया. सेना का कहना है कि ये कार्रवाई उनकी सुरक्षा जरूरतों के तहत की जा रही है, लेकिन ज़मीनी हालात बताते हैं कि नागरिक आबादी इसका सबसे बड़ा शिकार बन रही है.

    गाजा में बढ़ता मानवाधिकार संकट

    शनिवार रात और रविवार को हुए इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई. दक्षिणी गाजा के खान यूनिस और आसपास के क्षेत्रों में विस्थापित लोगों के तंबुओं और घरों पर हमले हुए. नासिर अस्पताल के मुताबिक मरने वालों में आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं. जबालिया शरणार्थी शिविर में एक ही परिवार के 9 लोगों की मौत हो गई, वहीं एक अन्य हमले में 10 लोग, जिनमें 7 बच्चे और 1 महिला, मारे गए. इन मौतों के बारे में अभी तक इजरायली सेना की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

    क्या है इजरायल की योजना?

    इजरायल के अधिकारियों के बयानों के मुताबिक, उनकी योजना है कि गाजा के दक्षिणी हिस्सों से लाखों फिलिस्तीनियों को विस्थापित किया जाए. सहायता वितरण पर नियंत्रण मजबूत किया जाए और क्षेत्र में स्थायी सैन्य दबाव बनाए रखा जाए. यह रणनीति न केवल स्थानीय स्तर पर संकट को और गहरा कर रही है, बल्कि क्षेत्रीय अस्थिरता को भी जन्म दे रही है.

    ट्रंप की पहल, लेकिन असर नदारद

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार गाजा में संघर्षविराम की अपील कर रहे हैं. लेकिन, जिस तरह से इजरायल उनकी बातों को नजरअंदाज कर रहा है, उससे साफ है कि इस बार राजनयिक दबाव की बजाय सैन्य बल का खेल हावी है.

    ये भी पढ़ें: क्या पाकिस्तान अब चीन लेकर पहुंचेगा अपना भीख वाला कटोरा? ड्रैग्न के पैरों में गिड़गिड़ाने की तैयारी कर रहा आतंक का आका