'हमास मह‍िलाओं-बच्‍चों को भी गोली मारने...', इजरायल ने फ‍िल‍िस्‍त‍ीन‍ियों को गाजा खाली करने का दिया आदेश

    इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष ने एक नया मोड़ ले लिया है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी के निवासियों को तत्काल क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी है.

    Israel orders Palestinians to vacate Gaza
    प्रतिकात्मक तस्वीर/ ANI

    यरुशलम/गाजा: इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष ने एक नया मोड़ ले लिया है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी के निवासियों को तत्काल क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी है. उनका कहना है कि जो लोग अब भी गाजा सिटी में रह रहे हैं, वे गंभीर खतरे में हैं. नेतन्याहू ने आरोप लगाया कि हमास जानबूझकर आम नागरिकों, खासकर महिलाओं और बच्चों को ढाल बना रहा है, ताकि इजरायली हमलों से खुद को बचा सके.

    उन्होंने एक बेहद कड़े संदेश में कहा, "हमास के आतंकियों ने नागरिकों को पीछे छिपने का साधन बना लिया है. वे महिलाओं और बच्चों को भी नहीं छोड़ रहे. जो लोग सुरक्षित निकलना चाहते हैं, उनके पैरों में गोली मारकर उन्हें वहीं रोक लिया जाता है."

    24 घंटे की अंतिम चेतावनी, IDF ने दोहराया आदेश

    इजरायली सेना ने गाजा सिटी के एक प्रमुख भवन और आसपास के विस्थापित नागरिकों के शिविरों को 24 घंटे के अंदर खाली करने का दोबारा आदेश जारी किया है. यह चेतावनी पहले से जारी निर्देशों के बाद फिर से दोहराई गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि इजरायल अब और इंतजार नहीं करेगा. आने वाले दिनों में सैन्य कार्रवाई और तेज होने की संभावना है.

    इस आदेश के तहत गाजा सिटी में बने तंबुओं, शिविरों और इमारतों में रह रहे लोगों को तुरंत सुरक्षित क्षेत्रों की ओर जाने को कहा गया है. सेना का कहना है कि वह हमास के प्रमुख ठिकानों को निशाना बना रही है, और कोई भी संरचना जो इसमें मददगार हो सकती है, वह नष्ट कर दी जाएगी.

    निशाने पर नुख्बा आतंकी और 7 अक्टूबर की बर्बरता

    इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि इस समय "नुख्बा" यूनिट के आतंकियों को विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है. यही आतंकी गुट 7 अक्टूबर को इजरायल में घुसपैठ कर निर्दोष नागरिकों की हत्याओं में शामिल था.

    प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक आतंकवादी का उदाहरण देते हुए बताया कि "उसने गर्व से अपने माता-पिता को फोन कर बताया था कि उसने 10 इजरायली नागरिकों की हत्या की है. अब वह मारा जा चुका है और उसके परिवार को सूचित कर दिया गया है. यह संदेश स्पष्ट है- हम जहां भी आतंकवादी होंगे, उन्हें ढूंढकर खत्म करेंगे."

    आतंक के ढांचे का खात्मा और मानवीयता की स्थापना

    इजरायल की रणनीति केवल सैन्य हमलों तक सीमित नहीं है. प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि हमास की आतंकी संरचनाओं, ठिकानों और कमांड सेंटर्स को नष्ट करने का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही, आम नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मानवीय कॉरिडोर बनाए गए हैं, ताकि लोग बिना जोखिम के सुरक्षित क्षेत्रों तक पहुंच सकें.

    “हम केवल आतंक के खिलाफ लड़ रहे हैं, आम लोगों के खिलाफ नहीं,” नेतन्याहू ने कहा. उन्होंने बताया कि नागरिकों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए अस्थायी अस्पताल, भोजन वितरण केंद्र और शरण स्थल बनाए जा रहे हैं.

    बंधकों के वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया

    हाल ही में हमास ने दो इजरायली बंधकों अलोन ओहेल और गाय गिलबोआ-दलाल का वीडियो जारी किया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नेतन्याहू ने कहा कि “यह वीडियो केवल आतंक फैलाने की कोशिश है. यह मानसिक युद्ध का हिस्सा है और इसका उद्देश्य इजरायली समाज में डर और अस्थिरता फैलाना है.”

    उन्होंने दोनों बंधकों के परिवारों से संवाद किया और भरोसा दिलाया कि इजरायली सरकार और सेना उन्हें वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.

    ईरान और उसके गुटों पर सीधा हमला

    प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इजरायल की लड़ाई सिर्फ हमास तक सीमित नहीं है. यह ईरानी नेटवर्क और उसके आतंकवादी गुटों के खिलाफ भी है जो पूरे क्षेत्र में इजरायल के अस्तित्व के लिए खतरा बन चुके हैं.

    उन्होंने कहा, "हम गाजा में आतंक के केंद्र को खत्म कर रहे हैं, और साथ ही उस ईरानी धुरी को भी तोड़ रहे हैं जो इजरायल की संप्रभुता को चुनौती देती है."

    जमीनी हकीकत: मानवीय संकट की चेतावनी

    हालांकि इजरायल अपनी रणनीति को न्यायोचित बता रहा है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र और कई अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने चेतावनी दी है कि लाखों लोगों का विस्थापन एक मानवीय आपदा को जन्म दे सकता है.

    फिलहाल अनुमान है कि गाजा सिटी में अभी भी लगभग 10 लाख लोग मौजूद हैं, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं. इन नागरिकों को सुरक्षित निकालना आसान नहीं है क्योंकि रास्ते अवरुद्ध हैं और संसाधनों की भारी कमी है.

    सैन्य अभियान का अगला चरण

    इजरायली रक्षा बल (IDF) के अनुसार, गाजा के लगभग 75% इलाके पर पहले ही नियंत्रण स्थापित कर लिया गया है. अब ध्यान गाजा सिटी के उन हिस्सों की ओर है जहां हमास के ठिकाने अभी भी सक्रिय हैं और बंधकों के मौजूद होने की आशंका है.

    गाजा ऑपरेशन को इजरायल ने ‘गिदोन की रथ – बी’ (Gideon’s Chariots-B) नाम दिया है, जिसमें पैदल सेना, टैंक ब्रिगेड, तोपखाना और इंजीनियरिंग यूनिट्स तैनात की गई हैं. अनुमान है कि पूरे ऑपरेशन में 1.30 लाख से ज्यादा सैनिक हिस्सा लेंगे.

    ये भी पढ़ें- रात 9:56 बजे से लगेगा साल का आखिरी चंद्रग्रहण, 3 घंटे 28 मिनट तक नजर आएगा ब्लड मून, जानें डिटेल्स