इजरायल अब सुरक्षित नहीं! आयरन डोम में आई दरार, युद्ध बढ़ा तो ट्रंप के सामने फैलाना पड़ेगा हाथ

    CSIS के मिसाइल डिफेंस प्रोजेक्ट डायरेक्टर टॉम कराको ने भी आगाह किया है कि सिर्फ डिफेंस सिस्टम के भरोसे यह युद्ध नहीं जीता जा सकता.

    Israel no longer safe Iron Dome Trump
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: X

    इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध ने अब एक नए मोड़ पर पहुंचने के संकेत दिए हैं. युद्ध को छह दिन हो चुके हैं और इस बीच एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है, जिसने इजरायल की अब तक अभेद मानी जाने वाली रक्षा प्रणाली की पोल खोल दी है.

    Wall Street Journal की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की Arrow इंटरसेप्टर मिसाइलों का स्टॉक अब गंभीर रूप से घट चुका है. यही वह मिसाइलें थीं, जिन्होंने बीते दिनों ईरान द्वारा छोड़े गए सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन हमलों को सफलतापूर्वक रोका था. लेकिन लगातार हमलों ने अब इस सिस्टम को भी थका दिया है.

    अमेरिका ने पहले ही भांप लिया था खतरा

    इससे भी बड़ा खुलासा यह है कि अमेरिका ने इस खतरे को महीनों पहले पहचान लिया था. रिपोर्ट के मुताबिक, पेंटागन ने बिना कोई शोर मचाए इजरायल को मदद देना शुरू कर दिया था. इसके तहत:

    • Patriot और THAAD जैसे एडवांस डिफेंस सिस्टम तैनात किए गए हैं
    • अमेरिकी नेवी के डिस्ट्रॉयर अब मिसाइल इंटरसेप्शन में IDF के साथ मिलकर काम कर रहे हैं

    CSIS के मिसाइल डिफेंस प्रोजेक्ट डायरेक्टर टॉम कराको ने भी आगाह किया है कि सिर्फ डिफेंस सिस्टम के भरोसे यह युद्ध नहीं जीता जा सकता. उनके शब्दों में— "ना अमेरिका और ना इजरायल हमेशा के लिए मिसाइलें रोकते रह सकते हैं. लड़ाई अब केवल डिफेंस से नहीं जीती जा सकती."

    ईरान का दावा: हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला

    इस बीच ईरान ने दावा किया है कि उसने इजरायल के खिलाफ Fattah-1 नाम की हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया है. इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के मुताबिक, ये मिसाइलें इतनी तेज हैं कि मौजूदा डिफेंस सिस्टम इन्हें इंटरसेप्ट नहीं कर पा रहे.

    यदि यह दावा सही है, तो यह इजरायल की सुरक्षा रणनीति के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है, क्योंकि हाइपरसोनिक हथियार किसी भी पारंपरिक इंटरसेप्टर को धोखा दे सकते हैं.

    दिन में हुआ तेहरान पर एयरस्ट्राइक

    जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने बुधवार को 50 से ज्यादा फाइटर जेट्स के साथ तेहरान पर जोरदार हमला किया. निशाने पर थे:

    • यूरेनियम संवर्धन संयंत्र (Centrifuge Plants)
    • सैन्य निर्माण इकाइयां

    ईरान द्वारा छोड़े गए सात ड्रोन को इजरायली डिफेंस फोर्स ने बीच रास्ते में ही मार गिराया. लेकिन इस हमले के बाद ईरान की आंतरिक स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है.

    राजधानी में खौफ, लोग मेट्रो स्टेशनों में छिपे

    तेहरान में अब हालात तेजी से बिगड़ते दिख रहे हैं:

    इंटरनेट सेवा लगभग ठप

    लोग घर छोड़कर मेट्रो स्टेशनों और अंडरग्राउंड शेल्टरों में शरण ले रहे हैं. इजरायल के प्रमुख एयरपोर्ट पर साइप्रस से पहली ‘सेफ रिटर्न’ फ्लाइट पहुंची है, जो युद्ध के डर से विदेशों में फंसे नागरिकों को वापिस ला रही है.

    खामेनेई की चेतावनी: अब कोई नरमी नहीं

    ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भी हालात को और भड़काने वाला बयान दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर साफ कहा: “आतंकवादी सत्ता के खिलाफ बल प्रयोग जरूरी है. अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी.”

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