लेजर वेपन, ड्रोन, मिसाइलें और बहुत कुछ... बड़ी जंग की तैयारी कर रहा है इजरायल, अब कहां मचेगी तबाही?

    इजरायल ने हालिया क्षेत्रीय संघर्षों के बाद अपनी सैन्य क्षमताओं को न केवल पुनर्स्थापित करने, बल्कि और अधिक उन्नत बनाने की दिशा में तेज़ी से कदम उठाए हैं.

    Israel is preparing for a big war where will be devastation
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    तेल अवीव: इजरायल ने हालिया क्षेत्रीय संघर्षों के बाद अपनी सैन्य क्षमताओं को न केवल पुनर्स्थापित करने, बल्कि और अधिक उन्नत बनाने की दिशा में तेज़ी से कदम उठाए हैं. ईरान और उसके सहयोगी गुटों के साथ हाल में हुए 12 दिवसीय युद्ध ने इजरायल की तकनीकी श्रेष्ठता और सामरिक गहराई को उजागर किया, जिसमें कई गुप्त हथियारों और अगली पीढ़ी की प्रणालियों का खुलासा हुआ.

    गुप्त हथियारों की भूमिका और खुलासा

    इस टकराव के दौरान इजरायल द्वारा उपयोग में लाए गए हथियारों में कई स्टैंड-ऑफ मिसाइलें, अत्याधुनिक ड्रोन, और लेजर-आधारित ‘आयरन बीम’ सिस्टम प्रमुख रहे. इजरायली वायुसेना ने "रैम्पेज" और "रॉक्स" जैसी मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम्स को टारगेट किया—वो भी बिना सीधे हवाई क्षेत्र में प्रवेश किए. वहीं मोसाद के एजेंटों ने देश के भीतर सटीक ड्रोन हमलों के माध्यम से कई उच्च-स्तरीय ईरानी अधिकारियों और वैज्ञानिकों को निशाना बनाया.

    तकनीकी श्रेष्ठता की नई दिशा: ‘आयरन बीम’

    इजरायल वर्तमान में ‘आयरन डोम’ का अगला संस्करण—‘आयरन बीम’—विकसित कर रहा है. यह 100 किलोवाट क्षमता वाला हाई-एनर्जी लेजर हथियार है, जो दुश्मन की मिसाइलों और रॉकेटों को हवा में ही निष्क्रिय कर सकता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि पारंपरिक इंटरसेप्टर मिसाइलों की तुलना में इसमें "शॉट्स" की कोई सीमा नहीं होगी और यह लागत के लिहाज से भी बेहद प्रभावी है. बिजली की उपलब्धता ही इसकी मुख्य सीमा होगी.

    शस्त्रागार पर दबाव और निवेश की आवश्यकता

    हालिया संघर्ष के चलते इजरायली रक्षा प्रणाली पर भारी दबाव पड़ा है. इंटरसेप्टर मिसाइलों, बमों, ड्रोन पेलोड्स और अन्य प्रमुख हथियारों का भंडार तेजी से खत्म हुआ है. अब इन्हें फिर से तैयार करने और उन्नत संस्करणों से भरने के लिए अरबों डॉलर की आवश्यकता है. इसके अलावा, युद्ध में शामिल सैकड़ों लड़ाकू विमानों को व्यापक मरम्मत और मेंटेनेंस की जरूरत है.

    रक्षा उद्योग की चुनौतियां और ऑर्डर बैकलॉग

    इजरायली रक्षा कंपनियां—IAI, राफेल और एल्बिट सिस्टम्स—इस समय पूरी क्षमता के साथ काम कर रही हैं. युद्ध और बढ़ते वैश्विक तनाव के बीच इन कंपनियों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी संख्या में ऑर्डर प्राप्त हो रहे हैं. 2025 की पहली तिमाही तक इन कंपनियों ने लगभग 235 बिलियन शेकेल के रिकॉर्ड ऑर्डर बैकलॉग की सूचना दी है.

    भविष्य की तैयारियां

    इजरायल को आशंका है कि ईरान और उसके सहयोगी आने वाले समय में इस युद्ध का सूक्ष्म विश्लेषण करेंगे—प्रत्येक मिसाइल अवशेष, प्रत्येक तकनीकी संकेत—ताकि वे इजरायली तकनीक की कमज़ोरियों को भांप सकें. ऐसे में इजरायल अपने गुप्त हथियारों की तकनीक को न केवल अपग्रेड कर रहा है, बल्कि नई प्रणालियों को भी तेजी से विकसित कर रहा है.

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