'तुम्हें मार डालूंगा', ISI ने गौतम गंभीर को दी जान से मारने की धमकी

    ISI Threat Gautam Gambhir: टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को जान से मारने की धमकी मिली है, जिसने क्रिकेट जगत से लेकर सुरक्षा एजेंसियों तक को अलर्ट कर दिया है. यह धमकी ईमेल के ज़रिए कथित तौर पर आतंकवादी संगठन ISIS कश्मीर की ओर से भेजी गई है.

    ISIS kashmir Threat Gautam Gambhir through mail reported police
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    ISI Threat Gautam Gambhir: टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को जान से मारने की धमकी मिली है, जिसने क्रिकेट जगत से लेकर सुरक्षा एजेंसियों तक को अलर्ट कर दिया है. यह धमकी ईमेल के ज़रिए कथित तौर पर आतंकवादी संगठन ISIS कश्मीर की ओर से भेजी गई है. गंभीर ने 23 अप्रैल को इस गंभीर मामले में दिल्ली पुलिस से संपर्क करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.

    धमकी ऐसे समय में आई जब IPL चल रहा है

    गौतम गंभीर इन दिनों इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की व्यस्तताओं के चलते टीम इंडिया के कार्यभार से ब्रेक पर हैं. हाल ही में वे परिवार के साथ यूरोप ट्रिप पर भी गए थे. लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के अगले ही दिन उन्हें मिली धमकी ने हर किसी को हैरान कर दिया है. इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि क्रिकेट जैसी ग्लोबल और शांतिप्रिय गतिविधियों से जुड़े लोग भी अब आतंकवाद के निशाने पर हैं.

    IPL के बाद इंग्लैंड दौरे की तैयारी

    आईपीएल 2025 के समापन के बाद टीम इंडिया को इंग्लैंड के चुनौतीपूर्ण दौरे पर जाना है, जहां पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेली जाएगी. गौतम गंभीर इस दौरे के लिए टीम की कमान फिर संभालेंगे और खिलाड़ियों को विदेशी परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार करेंगे. उनकी कोचिंग में भारत ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भी अपने नाम किया है.

    इंग्लैंड में टेस्ट जीत और WTC टेबल में वापसी

    गंभीर के लिए इंग्लैंड सीरीज़ सिर्फ एक चुनौती नहीं बल्कि मिशन है—टीम को विदेशी जमीन पर जीत दिलाना और साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की अंक तालिका में भारत की स्थिति मजबूत करना. टीम इंडिया WTC फाइनल में जगह बनाने से भले ही चूक गई हो, लेकिन अब फोकस भविष्य की जीत पर है.

    2027 तक टीम इंडिया के साथ गंभीर

    गौतम गंभीर का बतौर हेड कोच टीम इंडिया के साथ अनुबंध 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक है. अपने कोचिंग कार्यकाल में वो पहले ही एक आईसीसी खिताब दिला चुके हैं, और अब लक्ष्य है. टीम को लगातार अंतरराष्ट्रीय खिताब दिलाना और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाना. इस धमकी के बीच, गंभीर का रवैया हमेशा की तरह स्पष्ट है—डरना नहीं, बल्कि डटकर जवाब देना. उनके लिए यह सिर्फ कोचिंग नहीं, बल्कि देश के लिए समर्पण का एक और अध्याय है.

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