मध्य पूर्व एक बार फिर युद्ध की दहलीज़ पर खड़ा है. शुक्रवार की सुबह इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए हवाई हमले ने जंग के खतरे को और गहरा कर दिया है. जवाबी कार्रवाई में ईरान ने 100 से ज्यादा ड्रोन इजराइली सीमाओं की ओर रवाना कर दिए हैं. IDF (इजराइली डिफेंस फोर्स) का कहना है कि यह शुरुआत भर है—मिसाइल अटैक की संभावना बेहद प्रबल हो चुकी है.
इसी बीच एक बड़ी चिंता यह है कि अगर जंग ने और गंभीर रूप लिया, तो क्या ईरान इजराइल के परमाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है? Newsweek की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान पहले ही यह संकेत दे चुका है कि उसके पास इजराइली न्यूक्लियर साइट्स की विस्तृत जानकारी है, और अगर उसके खिलाफ हमला तेज हुआ तो वो इन ठिकानों को सीधे टारगेट कर सकता है.
तो आखिर कौन-कौन से हैं वो परमाणु केंद्र जो ईरान के निशाने पर सबसे ऊपर हैं? आइए एक नजर डालते हैं:
1. डिमोना – नेगेव न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर
इजराइल की परमाणु शक्ति का केंद्र. डिमोना में प्लूटोनियम का उत्पादन होता है और यही वो जगह है जहां माना जाता है कि इजराइली परमाणु हथियारों की नींव रखी गई है. यह ठिकाना ईरान के संभावित हमलों की लिस्ट में सबसे ऊपर है.
2. एलाबुन (Eilabun)
यह हथियार भंडारण केंद्र इजराइल के सामरिक रणनीति का अहम हिस्सा है. यहां टैक्टिकल न्यूक्लियर शेल और लैंड माइन्स जैसी घातक चीजें रखी जाती हैं. किसी भी सटीक सर्जिकल स्ट्राइक के लिए यह जगह एक प्राथमिक लक्ष्य हो सकती है.
3. कफर ज़ेखारया (Kfar Zekharya)
एक ऐसा ठिकाना जिसे न्यूक्लियर मिसाइल बेस और बम स्टोरेज के रूप में देखा जाता है. विशेषज्ञ मानते हैं कि यहां मिसाइलों को स्टोर करने के साथ-साथ लॉन्च की तैयारी भी की जाती है.
4. नहाल सोरेक (Nahal Soreq)
इजराइल की हाई-टेक रिसर्च फैसिलिटी, जो हथियारों की डिजाइन, निर्माण और टेस्टिंग में लगी हुई है. यह अमेरिकी नेशनल वेपन्स लैब की तरह काम करती है और तकनीकी दृष्टि से काफी अहम है.
5. योदफात (Yodefat)
यह केंद्र न्यूक्लियर हथियारों की असेंबली का काम करता है. विभिन्न जगहों पर बने पुर्जों को यहां लाकर जोड़कर उन्हें एक पूर्ण हथियार का रूप दिया जाता है.
6. तिरोश (Tirosh)
इजराइल का रणनीतिक हथियार भंडार केंद्र. माना जाता है कि यहां सबसे भारी और विनाशकारी न्यूक्लियर हथियार मौजूद हैं. अगर ईरान कोई बड़ा संदेश देना चाहे, तो यह जगह सबसे उपयुक्त लक्ष्य बन सकती है.
7. राफेल (Rafael)
राफेल इजराइल की वो एजेंसी है जो हथियारों की असेंबली और निर्माण की जिम्मेदारी संभालती है. इसे 'मेक इन इजराइल' प्रोग्राम का स्तंभ माना जाता है.
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