'परमाणु बम बनाने के करीब ईरान, बस खामेनेई के आदेश का इंतजार', अमेरिका का बड़ा दावा, क्या लेगा एक्शन?

    व्हाइट हाउस का मानना है कि ईरान अब परमाणु हथियार बनाने की पूर्ण क्षमता हासिल कर चुका है और सिर्फ देश के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के अंतिम आदेश की प्रतीक्षा कर रहा है.

    Iran close to a nuclear bomb just waiting for Khameneis order
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    तेहरान/वॉशिंगटन/तेल अवीव: मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने एक बेहद चिंताजनक बयान दिया है. व्हाइट हाउस का मानना है कि ईरान अब परमाणु हथियार बनाने की पूर्ण क्षमता हासिल कर चुका है और सिर्फ देश के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के अंतिम आदेश की प्रतीक्षा कर रहा है.

    व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, "ईरान के पास वह सभी संसाधन और तकनीकी क्षमता मौजूद है, जो परमाणु हथियार के निर्माण के लिए आवश्यक हैं. अब यह सिर्फ राजनीतिक निर्णय का मामला रह गया है."

    बीर्शेबा पर दो दिन में दो मिसाइल हमले

    इजराइल और ईरान के बीच सैन्य टकराव भी तीव्र होता जा रहा है. शुक्रवार सुबह ईरान ने इजराइल के बीर्शेबा शहर पर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी. यह मिसाइल माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस परिसर के पास गिरी, जिससे कई वाहन जल गए और आसपास के घरों को नुकसान पहुंचा. इस हमले में 6 लोग घायल हुए.

    यह इस शहर पर दो दिनों में दूसरा मिसाइल हमला था. गुरुवार को हुए हमले में एक अस्पताल को निशाना बनाया गया था, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हुए थे.

    इजराइल का तेहरान में हमले बढ़ाने के आदेश

    इन घटनाओं के जवाब में इजराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान और अन्य रणनीतिक ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है. इजराइली रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने सेना को आदेश दिया है कि ईरानी शासन के केंद्रों पर दबाव बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि “हमारा उद्देश्य सिर्फ जवाब देना नहीं, बल्कि ईरान की सैन्य संरचना को कमजोर करना है.”

    ईरान में हताहतों की संख्या बढ़ती जा रही है

    वॉशिंगटन स्थित एक मानवाधिकार संगठन के मुताबिक, इजराइली हमलों में अब तक 657 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 164 सुरक्षाकर्मी और 263 नागरिक शामिल हैं. इसके अलावा, 2,037 लोग घायल हुए हैं.

    यह आंकड़े इस संघर्ष की व्यापकता और मानवीय संकट की गहराई को उजागर करते हैं, जो आने वाले समय में और गंभीर हो सकते हैं.

    परमाणु वार्ता ठप, ईरान ने बातचीत से इंकार किया

    इस बीच, जेनेवा में आयोजित एक अहम परमाणु वार्ता से पहले ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इजराइली हमले नहीं रुकते, तब तक ईरान किसी भी तरह की वार्ता के लिए तैयार नहीं है.

    अराकची की यह टिप्पणी उस समय आई है जब वह स्विट्जरलैंड में फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों से मिलने पहुंचे हैं. इस बैठक का उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर जारी तनाव को शांत करना था.

    बैठक में ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी, फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट, जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल, और यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कैलास शामिल होंगे.

    क्या अगला कदम युद्ध होगा?

    अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब इस चिंता में है कि कहीं यह बढ़ता तनाव सीधे सैन्य संघर्ष या पूर्ण युद्ध में न बदल जाए. अमेरिका और इजराइल दोनों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को "अस्तित्वगत खतरा" करार दिया है.

    विशेषज्ञों के अनुसार, यदि ईरान परमाणु हथियार बनाने का निर्णय लेता है, तो यह केवल इजराइल ही नहीं, बल्कि पूरी पश्चिमी दुनिया के लिए एक गंभीर सुरक्षा चुनौती बन सकता है. अमेरिका की ओर से दी गई चेतावनी को अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक संभावित सैन्य कार्रवाई के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.

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