Iran-Israel Conflict: पश्चिम एशिया में फिर से जंग के बादल मंडराने लगे हैं. ईरान और इजरायल के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है, और इस बार जंग की शुरुआत इजरायल नहीं, बल्कि ईरान कर सकता है. हाल के दिनों में ईरान के कई शहरों में रहस्यमय धमाकों और हवाई गतिविधियों ने आग में घी डालने का काम किया है. ईरान इसे सीजफायर का उल्लंघन मान रहा है और अब जवाबी कार्रवाई की जमीन तैयार कर रहा है.
बुशहर और तेहरान में धमाके
बीते छह दिनों में ईरान के कई शहरों में एक के बाद एक विस्फोट हुए हैं. बुशहर में आसमान में अज्ञात उड़ने वाले वस्तुओं की रिपोर्ट, उसके बाद सक्रिय हुआ एयर डिफेंस और इंटरसेप्टर मिसाइलों की फायरिंग, इन सबने हलचल बढ़ा दी है. तेहरान में भी एक रिहायशी इलाके में धमाके के बाद इमारतों में आग लग गई. सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन जानकार मानते हैं कि यह "चुप्पी" किसी बड़े जवाबी हमले का संकेत हो सकती है.
खुफिया एजेंसियों की चेतावनी
दुनिया की कई बड़ी खुफिया एजेंसियां मान रही हैं कि ईरान और इजरायल के बीच दूसरा युद्ध कभी भी शुरू हो सकता है. अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की एजेंसियों ने आशंका जताई है कि ईरान बीते युद्ध की नाकामियों से सबक लेकर अब पहले से ज्यादा तैयारी के साथ मैदान में उतर सकता है. ईरान ने अपने सैन्य बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने में रूस और चीन की मदद ली है. दोनों देशों के सहयोग से ईरान ने आधुनिक हथियारों, एयर डिफेंस और रडार सिस्टम की तैनाती कर दी है.
12 दिन की जंग ने खोली ईरानी सेना की कमजोरियां
ईरान की नई तैयारी
ईरान ने चीन से 40 J-10 लड़ाकू विमान खरीदकर अपनी वायुसेना को आधुनिक बनाया है. ये जेट्स उच्च गति, लंबी रेंज और मल्टीरोल क्षमताओं से लैस हैं. इसके साथ ही, ईरान ने चीन और रूस से नए एयर डिफेंस सिस्टम मंगवाए हैं, जिन्हें अब संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है. रूस की मदद से ईरान ने अपने रडार स्टेशन भी अपग्रेड किए हैं, जिससे अब वह दुश्मन के स्टील्थ विमानों और मिसाइलों को समय रहते पहचान सकता है.
ईरान की चेतावनी
ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल अब्दुल रहीम मौसावी ने सार्वजनिक रूप से चेतावनी दी है कि, "अगर इजरायल ने दोबारा कोई हमला किया तो हमारा जवाब पहले से कहीं ज्यादा सशक्त और विनाशकारी होगा." इसी के साथ ईरान ने अपने वेस्टर्न और सेंट्रल एयरस्पेस को 4 जुलाई तक बंद कर दिया है, जिससे युद्ध की आशंका और प्रबल हो गई है.
इजरायल की रणनीति पर भी नजर
फिलहाल इजरायल की ओर से कोई नया हमला नहीं हुआ है, लेकिन देश की सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं. डिफेंस मिनिस्ट्री और आर्मी इंटेलिजेंस लगातार क्षेत्रीय गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं. हालिया घटनाएं इस ओर इशारा कर रही हैं कि यदि ईरान हमला करता है, तो इजरायल की प्रतिक्रिया भी बहुत तीव्र होगी.
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