Iran-Israel War: मध्य पूर्व में तनाव अब विस्फोटक मोड़ पर पहुंच चुका है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइटों फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान पर सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि की. ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर ईरान शांति का रास्ता नहीं अपनाता, तो ऐसे हमले जारी रहेंगे. लेकिन ईरान ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए इज़रायल के कई संवेदनशील ठिकानों पर मिसाइलें दाग दीं.
ईरानी मिसाइलों का कहर
ईरान की सरकारी मीडिया ने दावा किया कि रविवार को किए गए जवाबी हमले में बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, जैविक अनुसंधान केंद्र, लॉजिस्टिक बेस और कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को निशाना बनाया गया. हमलों में लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जिनमें ठोस और तरल ईंधन तकनीक शामिल थी.

हाइफा में अलर्ट फेल, मिसाइल ने मचाई तबाही
सबसे चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब एक मिसाइल इज़रायल के हाइफा शहर में आकर गिरी, और वहां कोई सायरन नहीं बजा. इज़रायली एयर डिफेंस सिस्टम इस मिसाइल को इंटरसेप्ट करने में नाकाम रहा. सेना अब इसकी जांच कर रही है कि आखिर अलर्ट सिस्टम कैसे फेल हुआ. हाइफा और अन्य क्षेत्रों से आई तस्वीरों में भारी तबाही साफ दिखाई दे रही है.
मिसाइल हमलों में अब तक 16 नागरिक घायल हो चुके हैं. इज़रायली आपातकालीन सेवा MDA की टीमें लगातार राहत कार्य में जुटी हैं. सरकार ने नागरिकों से बम शेल्टरों में रहने और अगली सूचना तक घर से बाहर न निकलने की अपील की है. सुरक्षा कारणों से इज़रायल ने अब तक अपना हवाई क्षेत्र बंद रखा है.

शांति से दूर, टकराव की ओर दुनिया
अमेरिका और ईरान के बीच शुरू हुआ टकराव अब इज़रायल को केंद्र में ले आया है. यह संघर्ष केवल दो देशों की लड़ाई नहीं रहा, बल्कि अब पूरे क्षेत्र में तनाव और युद्ध की संभावनाएं गहराने लगी हैं. विश्व बिरादरी की नजरें अब इस पर टिकी हैं कि अगला कदम कौन उठाएगा.
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