वॉशिंगटन DC: अमेरिका के नेवार्क एयरपोर्ट पर एक भारतीय छात्र के साथ कथित रूप से सख्त और अपमानजनक बर्ताव किए जाने का मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि अमेरिकी अधिकारियों ने छात्र को जमीन पर गिराकर, हथकड़ी लगाकर और उसके साथ काफी सख्ती के साथ व्यवहार किया. छात्र निर्वासन का विरोध करते हुए बार-बार चिल्लाता रहा, "मैं पागल नहीं हूं."
यह घटना अब सोशल मीडिया और भारतीय समुदाय में चिंता का विषय बन गई है. कई लोग इसे अप्रवासियों के साथ अमेरिकी आव्रजन एजेंसियों के व्यवहार पर सवाल उठाने का एक और उदाहरण बता रहे हैं.
क्या है मामला?
भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन ने इस घटना का वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि उन्होंने खुद नेवार्क एयरपोर्ट पर इस छात्र को निर्वासित होते हुए देखा. जैन ने लिखा कि छात्र बेहद डरा हुआ था, लगातार रो रहा था और अधिकारियों से उसे समझने की गुहार लगा रहा था. बावजूद इसके, अधिकारियों ने उसके साथ कठोरता बरती और उसे तुरंत भारत डिपोर्ट कर दिया गया.
I witnessed a young Indian student being deported from Newark Airport last night— handcuffed, crying, treated like a criminal. He came chasing dreams, not causing harm. As an NRI, I felt helpless and heartbroken. This is a human tragedy. @IndianEmbassyUS #immigrationraids pic.twitter.com/0cINhd0xU1
— Kunal Jain (@SONOFINDIA) June 8, 2025
कुणाल जैन ने अपने पोस्ट में कहा, "ये बच्चे अपनी यात्रा का उद्देश्य स्पष्ट तरीके से बताने में असमर्थ होते हैं, जिसके कारण उन्हें अपराधियों जैसा ट्रीट किया जाता है और सीधे निर्वासित कर दिया जाता है. यह एक मानवीय संकट बनता जा रहा है."
तेजी से बढ़ते निर्वासन के मामले
हाल के महीनों में भारतीय छात्रों और यात्रियों को अमेरिका के हवाई अड्डों से वापस भेजने के कई मामले सामने आए हैं. खासतौर पर उन मामलों में जहां छात्र अपनी यात्रा के उद्देश्यों या दस्तावेजों को स्पष्ट रूप से समझाने में असफल रहे.
कुणाल जैन के अनुसार, "ऐसे मामलों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ रही है और प्रतिदिन तीन से चार भारतीय यात्रियों को इसी तरह से डिपोर्ट किया जा रहा है."
कौन हैं कार्रवाई करने वाले अधिकारी?
वीडियो में दिखे अधिकारी पोर्ट अथॉरिटी पुलिस डिपार्टमेंट (PAPD) से जुड़े थे. PAPD, न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी क्षेत्रों के हवाई अड्डों, रेल नेटवर्क और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर जैसी महत्वपूर्ण जगहों की सुरक्षा संभालती है. यह एजेंसी अमेरिका की सबसे बड़ी ट्रांजिट पुलिस बलों में से एक मानी जाती है.
भारतीय दूतावास ने जताई चिंता
मामला सामने आने के बाद भारतीय दूतावास ने कहा है कि वह घटना की जानकारी जुटा रहा है और छात्र के अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. दूतावास ने यह भी कहा कि भारतीय यात्रियों को अमेरिका यात्रा से पहले वीजा और इमिग्रेशन प्रक्रिया की पूरी तैयारी के साथ आना चाहिए ताकि ऐसे किसी अप्रिय अनुभव से बचा जा सके.
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद भारतीय और भारतीय-अमेरिकी समुदाय में नाराजगी देखी जा रही है. कई यूजर्स ने भारत सरकार से अपील की है कि वह अमेरिकी अधिकारियों के साथ इस विषय पर सख्त बातचीत करे और यह सुनिश्चित करे कि भारतीय यात्रियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार हो.
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