India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच वर्षों से चले आ रहे तनाव और सैन्य टकराव के बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का हालिया बयान नई हलचल पैदा कर रहा है. अजरबैजान के लाचिन में हुए पाकिस्तान-तुर्की-अजरबैजान त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन में शरीफ ने उस रात की घटना साझा की, जब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ा कदम उठाया था.
सुबह की नमाज से पहले भारत का मिसाइल अटैक
शरीफ ने मंच से बोलते हुए कहा कि पाकिस्तान की सेना 4:30 बजे सुबह फजर की नमाज के बाद भारत पर जवाबी कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह तैयार थी. लेकिन इससे पहले ही भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से हमला कर पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बना डाला. उन्होंने कहा कि भारत ने रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस और चकवाल के मुरीद बेस पर सटीक हमला कर उन्हें तबाह कर दिया.
सामने बैठे थे पाकिस्तानी सेना प्रमुख
शरीफ जब यह बयान दे रहे थे, उस वक्त पाकिस्तान के नए चीफ ऑफ स्टाफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर भी मंच पर मौजूद थे. शरीफ ने मंच से ही उन्हें खड़े होकर सबके सामने परिचय दिया, जिससे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि पाकिस्तान अब सैन्य रणनीति को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार कर रहा है.
शांति वार्ता की अपील फिर दोहराई
शरीफ ने इस दौरान भारत के साथ बातचीत की इच्छा भी जाहिर की. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर, आतंकवाद और जल विवाद जैसे मुद्दों पर साथ बैठकर समाधान निकालना चाहिए. इससे पहले भी तेहरान में एक कार्यक्रम में शरीफ ने भारत से बातचीत की पेशकश की थी. हालांकि भारत का रुख स्पष्ट है. वो केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और आतंकवाद के मसले पर ही बातचीत के लिए तैयार है.
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक कार्रवाई
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी. इसके जवाब में भारत ने 7 मई की सुबह "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक किए. इसके बाद पाकिस्तान ने 8 से 10 मई तक भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत की जवाबी कार्रवाई ने उनके कई बेस नेस्तनाबूद कर दिए.
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