भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक टैरिफ को लेकर पहले से ही तनातनी चल रही है. अब इस बीच अमेरिका की ओर से एक बार फिर रूस से सस्ते तेल की खरीद पर कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने भारत, चीन और ब्राज़ील जैसे देशों पर पुतिन की ‘युद्ध मशीन’ को ईंधन देने का आरोप लगाया है.
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए सीनेटर ग्राहम ने कहा, भारत, चीन, ब्राज़ील और अन्य देश जो सस्ता रूसी तेल खरीद रहे हैं, वे अनजाने में यूक्रेन युद्ध को सहारा दे रहे हैं. उनके कारण आज मासूम लोगों की जानें जा रही हैं. जिनमें बच्चे भी शामिल हैं. भारत अब पुतिन का समर्थन करने की कीमत चुका रहा है और बाकी देशों को भी जल्द ही इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा. ग्राहम ने यह भी साफ किया कि यह सिर्फ व्यापार नहीं है, बल्कि एक नैतिक जिम्मेदारी का सवाल भी है.
कीव पर रूस का नया हमला, 15 लोगों की मौत
अमेरिका की प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब रूस ने एक बार फिर यूक्रेन की राजधानी कीव पर बड़ा हमला किया है. द मॉस्को टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार (28 अगस्त) को हुए हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और कई घायल हुए हैं. इस हमले में यूरोपीय संघ के राजनयिक कार्यालय, शॉपिंग मॉल, और कई अन्य इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं. यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार, रूस ने इस हमले में 598 ड्रोन और 31 मिसाइलें दागीं.
यूक्रेन युद्ध के खत्म होने के नहीं दिख रहे आसार
रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को रोकने के लिए कई अंतरराष्ट्रीय नेता प्रयास कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिल सकी है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कोशिशें भी बेनतीजा साबित हुई हैं. युद्ध लगातार लंबा होता जा रहा है और इसमें जान-माल का नुकसान रुकने का नाम नहीं ले रहा.
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