कराह उठी पाकिस्तान की धरती, चिल्लाने लगा आसमान... बिना मिसाइल दागे ही चीन को भी मात, फड़फड़ाने लगा जिनपिंग!

    चीन की एविएशन इंडस्ट्री में अहम मानी जाने वाली AVIC Chengdu Aircraft, जिसने पाकिस्तान के जे-10C फाइटर जेट बनाए थे, तीन कारोबारी दिनों में 9% से ज्यादा टूट गई.

    India defeated Pakistan China Jinping shehbaz
    जिनपिंग-शहबाज | Photo: ANI

    नई दिल्लीः जब दुनिया की निगाहें भारत और पाकिस्तान के बीच हुई हालिया हवाई झड़प पर टिकी थीं, तब असल टक्कर कुछ और ही मोर्चे पर चल रही थी—शेयर बाज़ार में. ये एक ऐसा मैदान था जहां न मिसाइलें दागी गईं और न ही ड्रोन तैनात हुए, लेकिन हार-जीत की गूंज चीन और पाकिस्तान दोनों तक सुनाई दी.

    जहां एक ओर पाकिस्तान अपने 'काल्पनिक विजय' के ढोल पीट रहा था, वहीं चीन की डिफेंस इंडस्ट्री को एक ऐसी चोट लगी जिसकी झलक उसके शेयर बाज़ार में साफ़ देखने को मिली. इसके उलट भारतीय डिफेंस कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त उछाल आया. ये इशारा था कि जमीन और आकाश के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी भारत का प्रदर्शन सराहनीय रहा.

    चीनी शेयरों की हालत खस्ता, भारतीय शेयरों की उड़ान

    चीन की एविएशन इंडस्ट्री में अहम मानी जाने वाली AVIC Chengdu Aircraft, जिसने पाकिस्तान के जे-10C फाइटर जेट बनाए थे, तीन कारोबारी दिनों में 9% से ज्यादा टूट गई. वहीं, PL-15 एयर-टू-एयर मिसाइल बनाने वाली Zhuzhou Hongda Electronics के शेयरों में भी करीब 10% की गिरावट दर्ज की गई.

    यही नहीं, जैसे-जैसे सैटेलाइट इमेज से पाकिस्तान के दावों की पोल खुलती गई, वैसे-वैसे चीनी डिफेंस कंपनियों की हालत और बिगड़ती चली गई. China Aerospace Times Electronics के शेयर दो दिनों में 7% टूटे, जबकि Bright Laser Technologies, North Industries Group और AVIC Aircraft के स्टॉक्स में भी 5-10% तक की गिरावट देखने को मिली.

    भारतीय डिफेंस कंपनियों के लिए सुनहरा मौका

    इस दौरान, भारतीय निवेशकों ने देश की डिफेंस कंपनियों में जमकर भरोसा दिखाया. ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए भारत ने अपनी सैन्य तकनीक और स्वदेशी हथियारों की ताकत का ऐसा प्रदर्शन किया कि न सिर्फ़ दुश्मनों को जवाब मिला, बल्कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स भी भारतीय डिफेंस टेक्नोलॉजी की ओर आकर्षित हुए.

    निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स ने मात्र तीन दिनों में 10% की बढ़त हासिल की. ideaForge, GRSE, Cochin Shipyard और Bharat Dynamics जैसी कंपनियों ने एक हफ्ते में ही 30-38% तक की छलांग लगाई.

    ऑपरेशन सिंदूर बना भारत की ताकत का प्रतीक

    विशेषज्ञों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारत की सैन्य क्षमता का परिचय कराया, बल्कि यह भी दिखाया कि Made in India डिफेंस सिस्टम अब सिर्फ घरेलू जरूरतों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि दुनिया में इसकी मांग बढ़ेगी.

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर खड़े होकर एक तस्वीर साझा की—वहीं जगह जिसे पाकिस्तान ने 'नष्ट' करने का दावा किया था. ये साफ संदेश था: झूठ की उम्र लंबी नहीं होती.

    डिफेंस एक्सपोर्ट के नए आयाम

    वित्त वर्ष 2025 में भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट ₹24,000 करोड़ को पार कर चुका है और सरकार का लक्ष्य है कि इसे 2029 तक ₹50,000 करोड़ और 2047 तक भारत को डिफेंस एक्सपोर्ट का वैश्विक नेता बनाना है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय हथियारों की विश्वसनीयता को और मजबूत किया है, जिससे भविष्य में बड़े अंतरराष्ट्रीय सौदों की संभावनाएं बढ़ी हैं.

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