Mohammed Siraj Highest Wicket Taker: भारत और वेस्टइंडीज के बीच जारी दूसरे टेस्ट मैच का चौथा दिन भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज के नाम रहा. लाल गेंद जैसे ही उनके हाथ में आई, उन्होंने विरोधी बल्लेबाज़ों को टिकने नहीं दिया. सिराज ने न केवल शे होप जैसे शतकवीर बल्लेबाज़ को क्लीन बोल्ड किया, बल्कि इस एक विकेट के साथ उन्होंने साल 2025 में सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज़ का गौरव भी हासिल कर लिया.
इस प्रदर्शन ने उन्हें जिम्बाब्वे के तेज़ गेंदबाज़ ब्लेसिंग मुजारबानी से आगे पहुंचा दिया, जो अब तक इस साल विकेटों की रेस में शीर्ष पर थे. सिराज ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार गेंदबाज़ी की थी, और अब घरेलू मैदान पर भी वह उसी लय को बरकरार रखे हुए हैं.
शे होप का विकेट बना टर्निंग पॉइंट
शे होप ने दूसरी पारी में 103 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली, लेकिन जैसे ही सिराज की गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेरीं, वेस्टइंडीज की बल्लेबाज़ी की रीढ़ टूट गई. इस विकेट के साथ भारत को न केवल एक मजबूत साझेदारी को तोड़ने में सफलता मिली, बल्कि वेस्टइंडीज की पारी में गिरावट की शुरुआत भी यहीं से हुई.
वेस्टइंडीज ने 51 साल बाद दो शतक लगाए, पर बेअसर
हालांकि, वेस्टइंडीज के लिए यह पारी ऐतिहासिक भी रही. 51 साल बाद किसी विदेशी दौरे में वेस्टइंडीज के दो बल्लेबाज़ों ने एक ही पारी में भारत में शतक जमाए. जॉन कैम्पबेल ने 115 रन बनाए, जबकि शे होप ने 103 रन जोड़े. यह कारनामा 1974 के बाद पहली बार हुआ, लेकिन इन शतकों का लाभ वेस्टइंडीज को ज़्यादा देर नहीं मिल सका. कैम्पबेल को रविंद्र जडेजा ने पवेलियन भेजा और फिर सिराज ने होप को आउट किया. इसके बाद टीम की बल्लेबाज़ी बिखर गई.
कुलदीप यादव की फिरकी ने मिडिल ऑर्डर किया तबाह
शे होप के आउट होते ही वेस्टइंडीज की टीम बिखरने लगी. कुलदीप यादव ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए लगातार विकेट झटके. उन्होंने कप्तान रॉस्टन चेज़, टेविन इमलाक और खारे पियर को आउट कर मिडिल ऑर्डर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया. कुलदीप की विविधता और टर्न के सामने वेस्टइंडीज के बल्लेबाज़ पूरी तरह से बेबस नज़र आए.
40 रन में गिरे 6 विकेट, वेस्टइंडीज की वापसी मुश्किल
एक समय वेस्टइंडीज की टीम 271 रन पर तीन विकेट गंवाकर एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी, लेकिन अगले कुछ ओवरों में हालात पूरी तरह से बदल गए. जैसे ही शे होप आउट हुए, उसके बाद अगला विकेट गिरते-गिरते 40 रन के अंदर छह बल्लेबाज़ पवेलियन लौट चुके थे. नौ विकेट 311 रन पर गिर चुके थे, जिससे भारत ने मैच पर पूरी पकड़ बना ली.
सिर्फ रिकॉर्ड नहीं, भरोसे की बात
मोहम्मद सिराज की इस सफलता का मतलब सिर्फ आंकड़ों से नहीं है. यह उस निरंतरता और आत्मविश्वास का परिणाम है, जो उन्होंने पिछले दो वर्षों में अर्जित किया है. उनकी गति, स्विंग और विकेट लेने की भूख ने उन्हें भारत का सबसे भरोसेमंद टेस्ट गेंदबाज़ बना दिया है. सिराज अब न केवल घरेलू मैदानों पर, बल्कि विदेशों में भी भारत के लिए स्ट्राइक बॉलर की भूमिका निभा रहे हैं.
2025 में अब तक उनका प्रदर्शन दर्शाता है कि वह भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण की रीढ़ बन चुके हैं. इस साल सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट उनके नाम होना, उनकी मेहनत और समर्पण का सबूत है.
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