IND vs ENG: भारतीय टेस्ट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड दौरे पर अपने दमदार प्रदर्शन से इतिहास रच दिया है. बेहतरीन बल्लेबाजी फॉर्म में चल रहे गिल ने रिकॉर्ड्स की झड़ी लगाते हुए भारतीय क्रिकेट को एक और गर्व का पल दिया है. मैनचेस्टर टेस्ट के पांचवें दिन उन्होंने विदेशी दौरे पर 700 से अधिक रन बनाकर एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली.
गिल अब विदेशी दौरे पर 700 रन बनाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं. इससे पहले यह कारनामा सिर्फ सुनील गावस्कर ने किया था, जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 774 रन और 1979 में इंग्लैंड में 732 रन बनाए थे. शुभमन गिल ने मौजूदा सीरीज में अब तक 700* रन बनाकर गावस्कर के इस विशेष क्लब में जगह बना ली है.
700 रन क्लब में भारतीय खिलाड़ी
774 रन – सुनील गावस्कर (वेस्टइंडीज दौरा, 1971)
732 रन – सुनील गावस्कर (इंग्लैंड दौरा, 1979)
712 रन – यशस्वी जायसवाल (इंग्लैंड का भारत दौरा, 2024)
700 रन* – शुभमन गिल (इंग्लैंड दौरा, 2025)
कप्तान के रूप में भी गिल का जलवा
गिल सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर ही नहीं, कप्तान के रूप में भी चमक रहे हैं. उन्होंने साबित कर दिया है कि कप्तानी उनके कंधों पर भारी नहीं, बल्कि प्रेरणादायक है. वह इंग्लैंड में किसी टेस्ट सीरीज में 700 रन बनाने वाले पहले एशियाई कप्तान बन गए हैं. इसके साथ ही वह दूसरे भारतीय कप्तान हैं जिन्होंने किसी टेस्ट सीरीज में 700 से ज्यादा रन बनाए. विदेशी ज़मीं पर इंग्लैंड में बतौर कप्तान 700 रन बनाने वाले वह तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं.
केएल राहुल के साथ ऐतिहासिक साझेदारी
दूसरी पारी में भारत की शुरुआत कुछ खास नहीं रही, जायसवाल और साई सुदर्शन जल्दी आउट हो गए. मगर उसके बाद शुभमन गिल और केएल राहुल ने पारी को संभालते हुए 188 रनों की मजबूत साझेदारी की. दोनों ने मिलकर 421 गेंदों तक इंग्लिश गेंदबाजों को थकाया, जो इंग्लैंड में किसी भारतीय जोड़ी द्वारा एक टेस्ट में सबसे लंबी साझेदारी है. इससे पहले यह रिकॉर्ड संजय बांगर और राहुल द्रविड़ के नाम था, जिन्होंने 2002 में लीड्स में 405 गेंदें खेली थीं.
एक नई शुरुआत की बुनियाद
गिल का यह प्रदर्शन सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं है, यह एक नए युग की दस्तक है. रोहित शर्मा के संन्यास के बाद टेस्ट टीम की बागडोर गिल के हाथ में आई और उन्होंने जिम्मेदारी को बेहतरीन तरीके से निभाया. गिल ने दिखा दिया कि वह न सिर्फ तकनीकी रूप से सक्षम हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी मज़बूत लीडर हैं.
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