Himesh Reshammiya: जब जुनून, प्रतिभा और मेहनत एक साथ चलते हैं, तो इतिहास बनता है. भारतीय संगीत जगत के चमकते सितारे हिमेश रेशमिया ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सीमाओं के पार भी भारतीय सुरों की गूंज सुनाई देती है. पहली बार किसी भारतीय कलाकार ने ब्लूमबर्ग की प्रतिष्ठित 'पॉप पावर लिस्ट' में जगह बनाई है, और वह भी दुनिया के सबसे बड़े पॉप स्टार्स के बीच. हिमेश इस लिस्ट में 22वें स्थान पर हैं, जो न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है.
ब्लूमबर्ग की इस सूची में दुनिया भर के 1.2 लाख से ज़्यादा संगीतप्रेमियों ने भाग लिया और वीवर्स प्लेटफॉर्म के जरिए वोटिंग की. इस लिस्ट में पोस्ट मेलोन, ब्रूनो मार्स, बेयोंसे, एड शीरन, बिली इलिश और लेडी गागा जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं. ऐसे में हिमेश का नाम आना न केवल उनकी लोकप्रियता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारतीय संगीत अब सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी मज़बूत मौजूदगी दर्ज करा रहा है.
संघर्ष से सफलता तक
हिमेश रेशमिया का सफर आसान नहीं रहा. 2000 के दशक की शुरुआत में जब उन्होंने ‘आप का सुरूर’ जैसे एल्बम से अपनी गायकी की शुरुआत की, तब उनके आवाज़ की शैली को लेकर कई चर्चाएं हुईं. लेकिन समय के साथ उन्होंने यह दिखा दिया कि उनकी आवाज़ में एक अलग ही जादू है. ‘तेरा सुरूर’, ‘झलक दिखलाजा’, ‘आशिक बनाया आपने’ जैसे गानों ने उन्हें हर दिल अज़ीज बना दिया.
20 साल से ज़्यादा लंबे करियर में उन्होंने सिंगर, म्यूजिक डायरेक्टर और एक्टर के तौर पर अपनी अलग पहचान बनाई. हालांकि बतौर अभिनेता उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाईं, लेकिन संगीत के क्षेत्र में उनकी पकड़ हमेशा मज़बूत रही.
हालिया उपलब्धियां और फैंस की दीवानगी
हाल ही में दिल्ली में आयोजित सारेगामा लाइव के 'कैपमेनिया शो' में हिमेश की लाइव परफॉर्मेंस ने एक बार फिर उनके फैंस को झूमने पर मजबूर कर दिया. नए और पुराने दोनों ही प्रशंसक उनकी एनर्जी और सिग्नेचर स्टाइल के दीवाने नज़र आए.
इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उनकी इस उपलब्धि को लेकर उन्हें ढेरों बधाइयाँ मिल रही हैं. फैन्स ने ‘गर्व है तुम पर हिमेश’ जैसे हैशटैग्स के साथ पोस्ट शेयर किए, जो इस बात का प्रमाण है कि वे न केवल एक गायक हैं, बल्कि एक भावनात्मक कनेक्शन भी बनाते हैं.
भारत के लिए नया कीर्तिमान
हिमेश रेशमिया का ब्लूमबर्ग की पॉप पावर लिस्ट में आना यह साबित करता है कि भारतीय कलाकार भी वैश्विक मंच पर मुकाबला करने की काबिलियत रखते हैं. यह उपलब्धि आने वाले युवा संगीतकारों और गायकों को एक नई दिशा देगी और एक उम्मीद भी कि अगर समर्पण हो, तो कुछ भी असंभव नहीं.
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